उत्तराखंड के युवा देवराघवेन्द्र ने बढ़ाया देश का मान

रुद्रप्रयाग(आरएनएस)। असम की राजधानी गुवाहाटी में 9 से 12 सितम्बर तक आयोजित बीम्सटेक अन्तर्राष्ट्रीय युवा नेतृत्व शिखर सम्मेलन में उत्तराखंड के युवा पर्यावरण विशेषज्ञ देवराघवेन्द्र सिंह चौधरी ने भारत का प्रतिनिधित्व कर राज्य और देश का नाम रोशन किया। यह सम्मेलन भारत के विदेश मंत्रालय एवं भारत स्काउट-गाइड के सहयोग में संपन्न हुआ। जिसमें बीम्सटेक देशों बाग्लादेश, भूटान, भारत, थाईलैण्ड, श्रीलंका, नेपाल और म्यांमार से करीब 100 युवाओं ने प्रतिभाग किया। सम्मेलन में देवराघवेन्द्र ने विशेष रूप से उत्तराखंड हिमालय के हस्तशिल्प और जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने, उद्यमिता स्थापित करने तथा युवाओं को हरित उद्यमिता विकास की दिशा में कार्य करने पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के युवा यदि स्थानीय संसाधनों का सदुपयोग करें तो रोजगार और पर्यावरण संरक्षण, दोनों क्षेत्रों में अहम योगदान दे सकते हैं। बीम्सटेक युवा नेतृत्व शिखर सम्मेलन का उद्घाटन असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने किया, जबकि समापन समारोह में असम की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री नंदिता गोरलोसा ने भाग लिया। इस दौरान युवाओं और विशेषज्ञों के बीच संवादात्मक सत्र आयोजित हुए, जिनमें विनेक अटारिया, संजय आदित्य एवं प्रो. सिद्धार्थ नारायण ने व्याख्यान देकर प्रतिभागियों को उद्यमिता विकास के गुर सिखाए। गुवाहटी से लौटे रुद्रप्रयाग जनपद के कोट तल्ला निवासी देवराघवेन्द्र ने बताया कि इस शिखर सम्मेलन ने विदेश से आए युवाओं के साथ विचार साझा करने, संस्कृति व परंपराओं के आदान-प्रदान तथा नवीन नवाचारों को प्रस्तुत करने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य बीम्सटेक देशों के युवाओं में सृजनशीलता, दृढ़ता, सतत विकास और उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करना था। साथ ही, इस मंच ने देशों के बीच युवा नेतृत्व नेटवर्क स्थापित करने और आपसी संबंधों को प्रगाढ़ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की। देवराघवेन्द्र ने अंत में भारत के विदेश मंत्रालय, भारत स्काउट-गाइड संगठन तथा पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों से जुड़े सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।