लालकुआं हरीश रावत के लिए राजनीतिक मौत का कुआं साबित होगा : विजय बहुगुणा
हल्द्वानी। पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विजय बहुगुणा शनिवार को हल्द्वानी स्थित पार्टी संभाग कार्यालय में पत्रकारों से मुखातिब हुए। उनके निशाने पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत रहे। बहुगुणा ने रावत के रामनगर से लालकुआं सीट पर शिफ्ट होने पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि हरीश रावत को उन्हीं दो सीटों से लड़ना चाहिए था जहां से 2017 में चुनाव हारे थे। उन्होंने कहा कि रावत इस बार अपने लिए शुरुआत से ही सीट तय नहीं कर पाए।
अब लालकुआं सीट पर गए हैं और लालकुआं हरीश रावत के लिए राजनीतिक मौत का कुआं साबित होगा। कहा रावत वहां से भी चुनाव हार जाएंगे। ये भी कहा कि वे हरीश रावत की दीर्घायु की कामना करते हैं। लेकिन उनकी राजनीतिक कार्यशैली खुद पर शुरू और खुद पर ही खत्म होती है। इसी वजह से 2016 में पार्टी में विघटन हुआ। जनता ने रावत को मौका दिया था, लेकिन वे उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए। अब उन्हें फिर मौका नहीं मिलने का भी बहुगुणा ने दावा किया।
पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि भाजपा बहुत बड़ी राजनीतिक पार्टी है। पार्टी में हर कार्यकर्ता काबिल है और एक विधानसभा में कम से कम 6-6 कार्यकर्ता विधायक का चुनाव लड़ने के लायक हैं। लेकिन जिन्हें टिकट नहीं मिल पाया, उन्हें निराश नहीं होना चाहिए। पार्टी सभी का सम्मान करती है और आगे उन्हें मौके मिलेंगे। निर्दलीय नामांकन कराने वालों से निवेदन करते हुए अपील की है कि अपना नामांकन वापस ले लें। कहा कि नामांकन वापस न लेने वालों पर संगठनात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है।
पूर्व मुख्यमंत्री बहुगुणा ने पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि हल्द्वानी में हुई प्रधानमंत्री की रैली में हर-हर मोदी के नारे लगा रहे थे। ऐसा क्या हुआ कि चंद दिनों में हरक सिंह रावत को हरीश रावत से माफी मांगने की नौबत आ गई। उन्होंने कहा कि उनकी गतिविधियों की वजह से पार्टी स्तर पर कार्रवाई हुई। राजनीतिक लिहाज से उनका फैसला गलत है।