एक लाख रूपये की प्रोत्साहन धनराशि: भ्रूण लिंग जांच रोकने को मुखबिर योजना को मंजूरी

हरिद्वार। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने गर्भ में पल रहे बच्चे के लिंग जांच को रोकने हेतु मुखबिर योजना की शुरूआत किये जाने को मंजूरी दी। डीएम ने बताया कि चिकित्सा केंद्रों पर अवैधानिक ढंग से होने वाले भ्रूण लिंग परीक्षण तथा गर्भपात की घटनाओं को रोकने के लिए इच्छुक और योग्य आवेदकों को इस योजना के अन्तर्गत आवेदन करना होगा। जिसमें मुखबीर, डिकॉय महिला एवं सहायक के तौर पर चुना जायेगा। यह बात जिलाधिकारी ने शुक्रवार को प्रसव पूर्व लिंग चयन निषेध अधिनियम (पीसीपीएनडीटी) की जिला सलाहकार समिति की बैठक में कही। मुखबिर योजना के तहत सूचना सत्य पाये जाने पर सूचनादाता और डिकॉय महिला सहित पूरी टीम को एक लाख रूपये की धनराशि प्रोत्साहन के रूप में दी जायेगी। सूचनादाता को पचास हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि तीन किश्तों में दी जायेगी। जिसमें पहली किश्त 25 हजार रूपये सूचना सत्य पाये जाने पर, दूसरी किश्त सक्षम न्यायालय में हाजिरी के उपरान्त तीसरी किश्त दोषियों को सजा मिलने के उपरान्त दी जायेगी। इसी प्रकार डिकॉय गर्भवती महिला और सहायक को भी किश्तों में भुगतान किया जायेगा। ऐसे सभी सूचनादाताओं की पहचान गुप्त रखी जायेगी। कन्या भ्रूण हत्या के संबंध में गोपनीय जानकारी के लिए कंट्रोल रूम नम्बर 01334-239072 पर सूचना दी जा सकती है। सीएमओ डा़ एसके झा ने बताया कि जनपद के भूमानंद हॉस्पिटल ज्वालापुर, नियोलाईफ हैल्थ एण्ड अल्ट्रासाउड सेंटर हरिपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ज्वालापुर, दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट पतंजलि ने नवीनीकरण हेतु आवेदनों पर नियमों को पूर्ण करने वाले सैंटरों का समिति की सहमति से टीम द्वारा निरीक्षण कर नवीनीकरण किया गया है। इसके अतिरिक्त दीपिका सावित्री ग्लोबल हार्ट केयर मालवीय चौक रूडक़ी, सेहद डाइग्नोस्टिक एंड अल्ट्रासाउंड सेंटर शिवालिक नगर भेल हरिद्वार का पंजीकरण किया गया। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शामिल रहे।


शेयर करें