भाकियू ने सहकारी समिति कार्यालय पर की तालाबंदी

विकासनगर। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने किसानों को नैनो खाद को जबरदस्ती बेचे जाने पर शुक्रवार को किसान सेवा सहकारी समिति विकासनगर में तालाबंदी कर प्रदर्शन किया। किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि विशेष कंपनी की नैनो खाद बेचने के लिए किसानों पर आर्थिक बोझ डाला जा रहा है। तालाबंदी करने सहकारी समिति के कार्यालय पहुंचे किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने कहा कि कोविड संक्रमण के बाद से ही किसान आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं। बीते वर्ष मौसम की बेरुखी और धान में रोग लगने से फसल बर्बाद हुई। पछुवादून में करीब अस्सी प्रतिशत धान की फसल बर्बाद हो गई थी, जिससे किसानों को बड़ा नुकसान हुआ। अभी तक बारिश नहीं होने से फसल की बुआई प्रभावित हुई है, जिससे उत्पादन पर असर पड़ेगा। ऐसे में किसान के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है। बैंक का ऋण चुकाना किसानों के लिए भारी साबित हो रहा है। सरकार किसानों को राहत देने के बजाय उन पर आर्थिक बोझ बढ़ा रही है। सहकारी समिति से खाद खरीदने पर उन्हें जबरदस्ती नैनो खाद भी बेची जा रही है, जबकि आम किसान इस नैनो खाद को खरीदने से मना कर रहे है। इससे किसानों पर डेढ़ सौ से दो सौ रुपये तक का अतिरिक्त भार बढ़ रहा है। किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने इसे किसानों का आर्थिक शोषण करार देते हुए जबरदस्ती नैनो खाद की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है। करीब एक घंटे तक तालाबंदी के बाद समिति के पदाधिकारियों द्वारा जबरदस्ती नैनो खाद नहीं बेचने का आश्वासन मिलने पर तालाबंदी समाप्त की गई। तालाबंदी करने वालों में परविंदर चौधरी, भूपेंद्र डोगरा, हाकम सिंह, पूरण चंद, देवेंद्र सिंह रावत, गोपाल सिंह, बलवीर तोमर, सोहन सिंह नेगी, उदय सिंह, कुलदीप सिंह, विजय कुमार, अमित चंद, लेखराज राणा, ललित गुलेरिया, सुभाष चंद, कुलविंदर सिंह, सरबजीत सिंह, भूरा खान, हरि प्रसाद, कृष्ण पाल, नजीर, जगदीश शर्मा आदि शामिल रहे।