प्रॉपर्टी डीलर पर हमला कर लूट की कहानी के पीछे आखिरकार रंजिश की कहानी निकली

हरिद्वार। कनखल के जगजीतपुर में प्रॉपर्टी डीलर पर हमला कर लूट की कहानी के पीछे आखिरकार रंजिश की कहानी निकलकर सामने आई। शहर के एक युवा व्यापारी ने प्रॉपर्टी डीलर के पड़ोस में रहने वाली अपनी मंगेतर के कहने पर दोस्तों से उस पर हमला कराया था। पुलिस ने चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर पूरी घटना का पर्दाफाश किया है।
पुलिस के मुताबिक जगजीतपुर की करम विहार कॉलोनी निवासी प्रॉपर्टी डीलर विकास गर्ग नौ जनवरी रात स्कूटी से घर लौट रहे थे। कृष्णानगर पुलिया से आगे शक्तिनगर में तीन हमलावरों ने विकास गर्ग को रोक लिया और हमला कर लहूलुहान कर दिया। इससे विकास गर्ग घबरा गया और उसने शोर मचा दिया। इससे हमलावर भाग खड़े हुए। हमले और छीना झपटी के बाद विकास गर्ग के पास मौजूद डेढ़ लाख रुपये गायब मिले। व्यापारी पर हमला कर नकदी लूट की सूचना से पुलिस में हडक़ंप मच गया। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ लूट का मुकदमा दर्ज किया था। इंस्पेक्टर कनखल शंकर सिंह बिष्ट के नेतृत्व में पुलिस टीमों ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालते हुए मुखबिर तंत्र का सहारा लिया। बुधवार को पुलिस ने देवपुरा निवासी स्टेशनर्स कारोबारी चिरायु भार्गव व उसके तीन साथियों मोनू सिंह उर्फ मोनू गुर्जर निवासी देवबंद सहारनपुर हाल निवासी राज विहार जगजीतपुर, हिमांशु चौधरी उर्फ बिट्टू, निवासी कनखल और अरविद चौधरी निवासी मुरादाबाद, हाल निवासी राज विहार जगजीतपुर को गिरफ्तार कर लिया। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि चिरायु भार्गव की रिश्ता जगजीतपुर की करम विहार कॉलोनी में प्रॉपर्टी डीलर विकास गर्ग के पड़ोस में हो रखा है। उस परिवार और प्रॉपर्टी डीलर के बीच मलबा फेंकने को लेकर विवाद हुआ था। इससे दोनों परिवारों में रंजिश बनी हुई थी। चिरायु ने अपनी मंगेतर के कहने पर दोस्त मोनू गुर्जर व उसके साथियों के साथ मिलकर प्रॉपर्टी डीलर पर हमला कराया था। उसी दौरान डीलर की जेब से डेढ़ लाख रुपये की नकदी कहीं गिर गई थी। चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जा रहा है।
चिरायु और उसका दोस्त मोनू गुर्जर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में साथ पढ़े हैं। दोनों दोस्त हैं। चिरायु को उसकी मंगेतर ने बताया कि पड़ोसी विकास गर्ग के कारण उनके घर में टेंशन बनी हुई है। बताया गया है कि उसने चिरायु को उकसाया कि प्रॉपर्टी डीलर को सबक सिखाए। तब चिरायु ने अपने दोस्त मोनू से इसका जिक्र किया। मोनू ने अपने दो साथियों हिमांशु और अरविद को योजना में शामिल कर लिया। इंस्पेक्टर कनखल शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि मोनू, हिमांशु और अरविद गुरुकुल से पढ़ाई पूरी करने के बाद जगजीतपुर क्षेत्र में रहते आ रहे हैं और फाइनेंस कंपनी में रिकवरी का काम करते हैं। योजना को फिल्मी स्टाइल में दिया अंजाम
इंस्पेक्टर कनखल शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि चिरायु ने प्रॉपर्टी डीलर पर हमले की पूरी योजना बनाई और घटना वाली रात वह कृष्णानगर पुलिया पर खड़ा हो गया। यहां से विकास गर्ग के गुजरते ही उसने फोन पर मोनू, अरविद और हिमांशु को सूचना देकर अलर्ट कर दिया। आगे निकलते ही तीनों ने विकास गर्ग को रोक लिया। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं। पुलिस टीम में एएसपी सिटी विशाखा अशोक, इंस्पेक्टर कनखल शंकर सिंह बिष्ट, जगजीतपुर चौकी प्रभारी राजेंद्र रावत, उपनिरीक्षक शंभू सजवाण, उपनिरीक्षक अजय कृष्ण, उपनिरीक्षक विनय द्विवेदी, कांस्टेबल पंकज, दीपक, सुनील, भरत, सन्नी, जसविद्र, रविद्र, दीप गौड़ व एसओजी के हेड कांस्टेबल सुंदर लाल, कांस्टेबल पद्म, वसीम, शशिकांत, विवेक, नरेंद्र शामिल रहे।


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