निजी वाहन स्वामी लगा रहे रोडवेज के राजस्व को चूना

कोटद्वार। सुबह पांच बजे से ही रोडवेज बस स्टेशन के सामने डग्गामार वाहनों का जमावड़ा लग जाता है। नियम-कानून ताक पर रख कर सडक़ पर वाहन खड़ा कर सवारी बैठा रहे हैं। रोडवेज बस के ठीक सामने सडक़ पर डग्गामार वाहनों के सवारी भरने से जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। डग्गामार वाहनों ने परिवहन निगम की व्यवस्था को बिगाड़ रखा है। इन वाहनों के संचालन से डिपो को प्रत्येक माह लाखों की आर्थिक क्षति हो रही है। इन डग्गामार वाहनों का हौसला इस कदर बुलंद है कि सवारी भरने के लिए रोडवेज परिसर में खड़े यात्रियों को भी बुलाकर बैठाते है। रोडवेज बस स्टेशन गेट के बाहर या आसपास से कई निजी वाहन स्वामी अपने वाहनों का अवैध रूप से संचालन कर रहे हैं। यहां तक कि कई लोगों ने ट्रैवल एजेंसी तक खोल रखी है। जबकि अनाधिकृत बस, कारों का संचालन रोकने के लिए शासन ने स्पष्ट आदेश दिया है कि निजी वाहनों का स्टैंड बस स्टेशन से कम से कम एक किमी की दूरी पर हो। रोडवेज कर्मी यदि भूल बस भी रोडवेज बस स्टैंड के सामने से सवारी भरने से मना करता भी है तो डग्गामार वाहन चालक उससे मारपीट उतारु हो जाते हैं। वहीं टीकाराम आदित्य एआरएम कोटद्वार डिपो का कहना है कि निजी संचालकों व डग्गामार वाहनों की मनमानी से समस्या बढ़ी है। डग्गामार वाहनों के चलते राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। उपजिलाधिकारी, परिवहन विभाग व पुलिस को समस्या से अवगत करा दिया गया है। उनके द्वारा भी इन लोगों पर कार्रवाई की जा रही है। जिसमें 5 सदस्य टीम को टास्कफोर्स के रूप में गठित कर दिया गया है। लेकिन टास्क फोर्स के सदस्य यदि गाड़ी हटाने के लिए कहते हैं तो उनके साथ मारपीट या गाली गलौज की जा रही है।


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