मोरी में तीन माह के प्रवास पर निकले कर्ण महाराज
उत्तरकाशी। मोरी विकास खण्ड के पट्टी सिंगतूर के आराध्य देव दानवीर कर्ण महाराज देवरा गांव से 17 साल बाद तीन माह के प्रवास पर स्वींचाण गांव के लिए निकले हैं। उनके साथ शल्य महाराज की डोली भी प्रस्थान हुई। कर्ण महाराज के प्रस्थान से पूर्व सिंगतूर क्षेत्र के 38 गांव के ग्रामीणों की दर्शन व पूजा अर्चना को भारी भीड़ जुटी। मोरी का देवरा गांव दानवीर कर्ण महाराज की जन्मस्थली मानी जाती है। पट्टी सिंगतूर के कोटलाईक महाराज, मंजकाली थात माता के पावन स्थल, स्वींचाण गांव में तीन माह के प्रवास पर रहेंगे। देवरा गांव से दान वीर कर्ण महाराज के साथ शल्य महाराज की डोली भी साथ साथ चली। कर्ण महाराज के माली मनमोहन सिंह, राजमोहन सिंह, शिवपाल सिंह रावत ने बताया कि कर्ण महाराज देवरा गांव से स्वींचाण के लिए 17 साल बाद तीन माह के प्रवास पर निकले हैं। तीन महीने तक कर्ण महाराज की पूजा अर्चना स्वींचाण गांव में ही होगी। महाराज के दर्शन करने व देव आशीर्वाद लेने ग्रामीणों की भारी भीड़ रही। कर्ण महाराज के प्रस्थान होने पर क्षेत्र के देवरा, गैच्वाण गांव, दड़गाण गांव, हलटाडी, पोखरी, पासा, कुनारा, लुदराला, कलाप सहित पट्टी पंचगाई, फते पर्वत, बगाड के लोग भी महाराज के दर्शन करने उमड़े। इस अवसर पर प्रमियान सिंह राणा, जयचन्द सिंह रावत, ईशवंत सिंह आदि थे।