खटीमा, मसूरी गोली कांड के शहीदों को दी श्रद्धांजलि

विकासनगर। उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान खटीमा और मसूरी गोलीकांड में शहीद हुए आंदोलनकारियों को पछुवादून में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। श्रद्धांजलि देने वाले लोगों ने शहीदों के सपनों के उत्तराखंड के निर्माण के लिए एक नए आंदोलन की शुरुआत करने पर जोर दिया। उत्तराखंड आंदोलनकारी मंच की ओर से अस्पताल रोड स्थित शहीद स्मारक पर शहीद आंदोलनकारियों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष सुरेंद्र कुकरेती ने कहा कि प्रदेश की वर्तमान हालात को देखते हुए आंदोलनकारियों की आत्मा चीत्कार कर रही है। राज्य निर्माण के लिए आंदोलनकारियों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर किया। आंदोलनकारियों की सोच थी कि राज्य निर्माण के बाद नई पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित होगा, लेकिन वर्तमान हालात को देखते हुए राज्य आंदोलनकारी भी खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। प्रदेश के युवाओं ने राज्य आंदोलन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था, वे भी आज स्तब्ध हैं। कहा कि आंदोलनकारियों के राज्य में आज की सरकारें नौकरियां बेचने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर सीबीआई और ईडी भाजपा के कार्यों से निजात मले तो उत्तराखंड की भर्ती घोटाले की जांच के लिए दोनों संस्थाओं को यहां भेजा जाए। जिससे कि प्रदेश के युवाओं को न्याय मिल सके। इस दौरान जयकृष्ण सेमवाल, देवेश्वरी विडालिया, जयंती पटवाल, बीना पंवार, मायाराम ममगाई, कमलेश रावत, नरेंद्र कुकरेती, गणेश काला, शैलेश गुलेरी, अतुल बैंजवाल, अमजद मिर्जा, राम सिंह रावत आदि मौजूद रहे।

पछुवादून विकास मंच ने दी श्रद्धांजलि
 पछुवादून विकास मंच की ओर से हरबर्टपुर स्थित मंच कार्यालय पर राज्य आंदोलन के शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। मंच संयोजक अतुल शर्मा ने कहा कि आंदोलनकारियों की भावनाओं के अनुरूप राज्य को आगे बढ़ाने ही शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। शहीदों का बलिदान राज्य के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने कहा कि राज्य प्रगति पथ पर है, लेकिन शहीदों के सपनों का राज्य अभी तक नहीं बन पाया है। पहाड़ों से पलायन रुकने और गांवों में रोजगार के साधन मुहैया होने पर ही शहीदों के सपनों के उत्तराखंड का निर्माण होगा। इस दौरान मुकेश राज शर्मा, राकेश कुमार, नवीन वर्मा, अमन बिजल्वाण, मोहन खत्री, वीर सिंह राणा, सुनील कुमार आदि मौजूद रहे।


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