होम आइसोलेशन में मॉनीटरिग ठीक से नहीं होने से संक्रमण का खतरा बढ़ा
बागेश्वर। होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों की मॉनीटरिग ठीक से नहीं होने से संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। प्रधानों ने तो निगरानी समिति के कार्यों से ही बहिष्कार कर दिया है। ऐसे हालात में संक्रमण को नियंत्रित करना किसी चुनौती से कम नहीं है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच प्रशासन की लचर व्यवस्था खतरे को दावत दे रही हैं। संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। अधिकतर संक्रमितों को होम आइसोलेट किया जा रहा है। इनमें नजर रखने के लिए निगरानी समिति गठित की है। प्रधानों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है, लेकिन उन्होंने इस कार्य का बहिष्कार किया है। ऐसे में होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों के लगातार लापरवाही बरतने की सूचनाएं आ रही हैं। वहीं, होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों से लिखित शपथ पत्र भरवाया जा रहा है। एसओपी के अनुसार वह होम आइसोलेशन में बरती जाने वाली पूरी सावधानी का पालन करेंगे। वैसे भी इस बार क्वारंटाइन सेंटर नहीं बनाए गए हैं। कोविड केयर सेंटर में भी सभी संक्रमितों को रखने के लिए व्यवस्था नहीं है। होम आइसोलेशन के नियम संक्रमित के लिए अलग कमरा व शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके अलावा दूसरे लोगों से उसे दूरी रखनी होगी। कोई भी लक्षण दिखने पर निकट के अस्पताल को सूचित करना होगा।
ग्राम प्रधान संगठन ने निगरानी समिति के कार्यों का बहिष्कार किया है। मीटिग में एसडीएम को बहिष्कार करने के बारे में जानकारी दे दी थी। ग्रामीणों को राशन नहीं मिल रहा है। डीएसओ ने नंबर ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है तो फिर हम सहयोग क्यों करें।- हिमांशु खाती, ब्लॉक अध्यक्ष, ग्राम प्रधान संगठन गरुड़
होम आइसोलेशन के लिए निगरानी समिति बनी है। उसमें कई अधिकारी व कर्मचारी भी शामिल हैं। वे लगातार सूचनाएं अपडेट कर रहे हैं। यदि कोई पॉजिटिव व्यक्ति होम आइसोलेशन में है और खुलेआम घूम रहा है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।- जयवर्धन शर्मा, एसडीएम, गरुड़