बरसात के बाद पिकनिक मनाने गया दोस्तों का दल, बांध में डूबने से तीन की मौत

सीकर। राजस्थान के सीकर जिले में छुट्टी के दिन पिकनिक मनाने गए तीन युवकों की उदयपुरवाटी क्षेत्र के कोट बांध में डूबने से मौत हो गए। स्थानीय तैराकों की मदद से पुलिस ने तीनों युवकों के शव बाहर निकलवाए गए। उन्हें उदयपुरवाटी के राजकीय अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया। जिनका सोमवार सुबह पोस्टमार्टम करवाया गया। थानाधिकारी भंवरलाल कुमावत ने बताया कि सीकर की आदर्श कॉलोनी निवासी विशाल शर्मा, हंसराज चौधरी व चेनपुरा पिपराली निवासी सोहनलाल वर्मा नहाने के लिए बांध में उतर गए। तीनों को ही तैरना नहीं आता था। इस कारण तीनों पानी में डूब गए। उनके साथ आए लोगों को भी तैरना नहीं आता था। इससे पानी में उतरे तीनों युवकों की डूबने से मौत हो गई। स्थानीय तैराक रतनलाल गुर्जर, कानाराम गुर्जर की मदद से शवों का बाहर निकालवाया। सूचना पर उदयपुरवाटी एसडीएम रामसिंह राजावत भी मौके पर पहुंचे।

साथी भी नहीं कर पाए मदद…बचाव के लिए हिलाते रहे हाथ
हादसा कोट बांध के अंतिम छोर पर हुआ। यह छोर सीकर जिले की सीमा में आता है। पुलिस के अनुसार सीकर से दस युवा वहां पिकनिक मनाने के लिए करीब डेढ़ बजे पहुंचे थे। कोट बांध के मुख्य रास्ते पर उदयपुरवाटी पुलिस का पहरा होने के कारण वह सीकर जिले की नरपता वाली ढाणी के रास्ते कोट बांध के अंतिम छोर पर चले गए। वहां दस में से छह लोग नहाने के लिए पानी में उतरे थे, लेकिन तीन जने डूबने का डर लगने से वापस पानी सेे बाहर आए गए। वहीं विशाल शर्मा (25), हंसराज चौधरी (50) और सोहनलाल वर्मा (30) की पानी में रह गए। उन्होंने बचाने के लिए हाथों से अपने साथियों की तरफ इशारा किया, लेकिन किसी भी साथी को तैरना नहीं आता था। इसलिए उन्होंने मदद के लिए आवाज लगाई। बचाओ-बचाओ की आवाज सुनकर कोट बांध के मुख्य रास्ते पर तैनात तैराक रतन गुर्जर व उदयपुरवाटी पुलिस का एक जवान पहाडिय़ों से भागते हुए मौके पर पहुंचे। लेकिन तब तक देर देर हो चुकी थी। तैराक गुर्जर ने उदयपुरवाटी और रानोली पुलिस को सूचना दी। शाकंभरी माता मंदिर पर तैनात एक पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंच गया। तैराक रतन और कानाराम ने एक घंटे की मशक्कत के बाद शवों का बाहर निकाला। बाद में उदयपुरवाटी एसडीएम रामसिंह राजावत, पटवारी नेमीचंद के साथ मौके पर पहुंचे। कुछ देर के लिए घटना वाले क्षेत्र को लेकर भी बात चली, लेकिन बाद में सीआई भंवरलाल कुमावत ने कहा कि उन्होंने शवों को निकलवाया है, पोस्मार्टम भी करवा देंगे। बाद में परिजनों को इसकी सूचना दी गई।

सीकर की पुलिस नहीं है गंभीर
कोट बांध का क्षेत्रफल सीकर और झुंझुनूं दोनों जिलों में आता है। कोट बांध का सामने का क्षेत्र झुंझुनूं जिले में आता है। जहां पर उदयपुरवाटी पुलिस थाने की ओर से लोगों को कोट बांध नहाने से रोकने के लिए जाप्ता लगाया जाता है। लेकिन कोट बांध अंतिम छोर जहां से कोट बांध शुरू होता वह क्षेत्र सीकर जिले में आता है। लेकिन वहा सीकर पुलिस की ओर से कोट बांध में नहाने से रोकने के लिए कोई जाप्ता नहीं लगाया जाता है।


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