भाकियू ने करी किसानों की परेशानियों दूर करने की मांग



रुडकी। भारतीय किसान यूनियन ने प्रदेश सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया है। यूनियन ने पंचायत आयोजित कर समस्याओं पर विचार विमर्श किया। किसानों को हो रही परेशानियों को दूर करने की सरकार से मांग की गई। चेतावनी दी गई कि यदि किसानों की समस्याएं दूर नहीं हुई तो कोरोना महामारी के दौरान ही किसानों को सडक़ों पर उतर कर आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा। शनिवार को कृषि उत्पादन मंडी परिसर स्थित भारतीय किसान यूनियन कार्यालय पर भाकियू की पंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें किसानों की विभिन्न समस्याओं पर विचार विमर्श हुआ। जिनमें क्षेत्र में हो रही बिजली कटौती, सरकारी समितियों पर यूरिया तथा खाद उपलब्ध न होना, गन्ने का भुगतान तथा कई अन्य मामलों पर भी विचार विमर्श किया गया। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष विजय कुमार शास्त्री ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी है। किसानों के साथ किया गया कोई भी वायदा आज तक पूरा नहीं किया गया है। भाकियू के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार दोनों ही किसान विरोधी है। किसानों के लिए की गई घोषणाओं पर अमल नहीं होता जिससे किसानों को लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही है। जिसके कारण माइनर तथा राज गांव की सफाई न होने से किसानों को सिंचाई में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस अवसर पर वरिष्ठ किसान नेता ओमप्रकाश, चौधरी रवि कुमार, लालू सिंह, किरण पाल, मोहम्मद अरशद, महबूब, परवेज, राकेश लोहान, चौधरी सुक्ररम पाल सिंह, राजेंद्र सिंह, इनाम अहमद, चमन लाल शर्मा, कुलदीप सैनी, अश्वनी प्रधान, रविंद्र धामा आदि मौजूद रहे।