अनशनकारी को उठाने गई प्रशासन-पुलिस की टीम बैरंग लौटी

रुद्रप्रयाग। घोलतीर-कोठगी मोटर पुल निर्माण की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता अनदीप नेगी का आमरण अनशन पांचवे दिन भी जारी रहा। मंगलवार रात्रि को अनशनकारी को जबरन उठाने के लिए मौके पर पहुंची प्रशासन व पुलिस की टीम को ग्रामीणों के विरोध के चलते बैरंग लौटना पड़ा। प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग ने अनशनकारी के बारे में रिपोर्ट मांगी है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मंगलवार रात्रि को तहसीलदार मंजू राजपूत के नेतृत्व में प्रशासन व पुलिस की टीम कोठगी गांव पहुंची थी। जहां बीते 5 दिन से अनदीप नेगी घोलती-कोठगी मोटर पुल निर्माण की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। इस दौरान तहसीलदार ने उन्हें मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि वे अपना आंदोलन खत्म करें, किंतु अनशनकारी व ग्रामीणों का कहना था कि विधायक भरत सिंह चौधरी मौके पर आकर उनसे बात करें और पुल निर्माण को लेकर उन्हे आश्वस्त करें। इस दौरान ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी करते हुए शासन, प्रशासन व विभाग पर उपेक्षा का आरोप लगाया। कहना था कि पुल स्वीकृति को डेढ़ दशक हो चुका है। लेकिन अभी तक कार्य शुरू नहीं हो पाया है, जिसका खामियाजा क्षेत्रीय जनता भुगत रही है। इधर, तहसीलदार ने बताया कि इस संबंध में जिलाधिकारी को अवगत करा दिया गया है। आमरण अनशन पर बैठे अनदीप नेगी मांगपूर्ति तक आंदोलनरत रहने की बात कही है। इस मौके पर ज्येष्ठ प्रमुख सुभाष नेगी, ग्राम प्रधान हरेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह, सुभाष चौहान सहित अन्य जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद थे।


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