अपराधी की तरह व्यवहार किया… एयरलाइंस पर भड़की शूटर मनु भाकर

नई दिल्ली, 20 फरवरी। टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए पदक की सबसे बड़ी दावेदार शूटर मनु भाकर ने एयर इंडिया के अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों पर बदसलूकी का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि सभी पेपर वैलिड होने के बावजूद उन्हें भोपाल जाने वाली फ्लाइट में बैठने नहीं दिया गया। यही नहीं, रिश्वत की भी मांग की गई। इस बारे में उन्होंने एक के बाद एक 5 ट्वीट करते हुए एयरलाइंस पर जमकर गुस्सा उतारा। हालांकि, बाद में खेल मंत्री किरण रिजिजू के दखल के बाद उन्हें फ्लाइट में चढऩे दिया गया। युवा शूटर ने अपने पहले ट्वीट में लिखा- आईजीआई दिल्ली (दिल्ली एयरपोर्ट) से भोपाल (एमपी शूटिंग अकैडमी) ट्रेनिंग के लिए जा रही हूं। मुझे ट्रेनिंग के लिए अपने हथियार और गोलियों की जरूरत है। एयर इंडिया के अधिकारियों से अनुरोध है कि इज्जत नहीं दे सकते हैं तो कम से कम खिलाडिय़ों की बेइज्जती न करें। कृपया पैसे की डिमांड न करें। उन्होंने पूरे मामले को बताते हुए दूसरे ट्वीट में लिखा- मुझे आईजीआई दिल्ली से फ्लाइट में चढऩे अनुमति नहीं है। सभी दस्तावेजों की जांच और ष्ठत्रष्ट्र परमिट के बावजूद अब 10,200 रुपये मांगे जा रहे हैं। क्या यात्रा के लिए उन्हें रिश्वत देनी होगी? एयर इंडिया के प्रभारी मनोज गुप्ता डीजीसीए को मान्यता नहीं देते हैं। उन्होंने इस ट्वीट में पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी को टैग किया। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने एयर इंडिया के अधिकारी मनोज गुप्ता और अन्य स्टाफ पर अपमान करने का आरोप लगाया। साथ ही बताया कि उनके पास दो गन और गोलियां हैं।
उन्होंने लिखा- इस तरह का व्यवहार स्वीकार्य नहीं है। मनोज गुप्ता इंसान नहीं हैं। वह मेरे साथ किसी अपराधी की तरह सलूक कर रहे हैं। इसके अलावा उनके सुरक्षा प्रभारी को लोगों के साथ व्यवहार के बुनियादी प्रशिक्षण की आवश्यकता है। उम्मीद है कि मंत्रालय इस बात की जांच करेगा और उन्हें सही जगह भेजेगा। हालांकि, इसके कुछ ही देर बाद मनु का एक और ट्वीट आया, जिसमें उन्होंने बताया कि खेल मंत्री किरण रिजिजू की दखल के बाद मामला सुलझा लिया गया है। उन्हें फ्लाइट में बैठने दिया गया। उन्होंने लिखा- शुक्रिया किरण रिजिजू सर।