भ्रष्ट्राचार पर कांग्रेस के आरोपों का जबाव देने के लिए भाजपा ने छेड़ा स्टिंग प्रकरण

देहरादून। उत्तराखंड में चुनाव से पहले भाजपा, कांग्रेस का एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस जहां चुनाव से पहले 4 मुद्दों भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी और खनन को लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन चलाने जा रही है। वहीं भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा ने एक बार फिर स्टिंग प्रकरण को भी चुनावी मुद्दा बना दिया है। इसके साथ ही भाजपा का कहना है कि हरीश रावत को भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी और खनन पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विपिन कैंथोला ने कहा की कांग्रेस पार्टी द्वारा सरकार पर जो आरोप लगाये जा रहे है वो पूर्ण रूप से असत्य व निराधार है। प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष व कांग्रेस चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष द्वारा भाजपा पर जो आरोप लगाये गये उन आरोपो में कोई भी सत्यता नही है, प्रदेश प्रवक्ता विपिन कैंथोला ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा की 2012 से लेकर 2017 तक कांग्रेस सरकार के समय मे जो भ्रष्टाचार हुआ वह इस प्रदेश की जनता ने अपनी आंखो से देखा। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से पूछा क्या एनएच घोटाले का जो आरोपी है इसके द्वारा कांग्रेस पार्टी के संगठन के खाते में पैसा आया या नहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय मे भ्रष्टाचार व्याप्त था जैसे समाज कल्याण, शिक्षा विभाग, एन एच घोटाला आदि जैसी लम्बी घोटालों की फेहरिस्त है, उन्होंने कहा जो सभी अधिकारी घोटाले में घोटालेबाज थे उन सभी घोटालेबाजों पर कड़ी कार्यवाही हुई व कई दोषी जेल के अन्दर भी गए। भाजपा के प्रवक्ता ने हरीश रावत को घेरते हुए कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी में जरा भी नैतिकता है, तो अपने एक मुख्यमंत्री के उस स्टिंग का जवाब आज कांग्रेस को देना चाहिए, जिसमें उक्त एक मुख्यमंत्री ने इस प्रदेश को लूटने की बात स्पष्ट तौर पर कही है, जिसकी अभी सीबीआई जांच चल रही है। कैंथोला ने कहा कि जिस पार्टी के कण-कण में भ्रष्टाचार व्याप्त है ,वह पार्टी आज प्रदेश में चल रही जीरो टोलरेन्स वाली सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही है।

सीबीआई जांच के घेरे में हैं स्टिंग ऑपरेशन भी उन्हीं के समय हुआ
भाजपा के एक और प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा कि हरीश रावत को भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी और खनन पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। जोशी ने कहा कि हरीश रावत भूल गए हैं कि उनकी सरकार में महंगाई दर कितनी थी दालों के भाव कहां थे। खाद्य सामग्री जिस पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं था। उन्हें महंगाई के बारे में अपनी सरकार और वर्तमान सरकार की तुलना करनी चाहिए । तभी इस विषय पर बोलना चाहिए। बेरोजगारी की बात करें तो यह वही कांग्रेस है जिसने अटल बिहारी बाजपेई ने जो औद्योगिक पैकेज प्रदेश को दिया था ,उसको कांग्रेस सरकार ने ही समाप्त किया था। जिससे यहां जो उद्योग लग रहे थे वह नहीं लग पाए। खनन और शराब माफिया से रावत सरकार के कितने गहरे रिश्ते थे यह सबको पता है। जोशी ने आरोप लगाया कि प्रदेश में डेनिस शराब में किस का कितना हिस्सा यह है यह भी सबको पता है। रही भ्रष्टाचार की बात तो हरीश रावत भूल गए हैं कि भ्रष्टाचार से उनका कितना गहरा रिश्ता है खुद सीबीआई जांच के घेरे में हैं स्टिंग ऑपरेशन भी उन्हीं के समय हुआ था। कौन नहीं जानता एनएच घोटाला, समाज कल्याण में 500 करोड़ का घोटाला भी उन्हीं की सरकार में हुआ। कर्मचारियों के तबादलों में कितना बड़ा खेल होता था जो एक चलता फिरता उद्योग बन गया था। हमारी सरकार ने तबादला एक्ट बनाकर उसको समाप्त किया।