जंगली मशरूम खाने से महिला की मौत, दूसरी का चल रहा इलाज
उत्तरकाशी(आरएनएस)। चिन्यालीसौड़ के जोगत मल्ला गांव में दो महिलाओं ने जंगली मशरूम की सब्जी बनाकर खा ली। मशरूम खाते ही दोनों महिलाओं की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद ग्रामीणों ने आनन-फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। जहां एक महिला ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि, दूसरी की हालात सामान्य है। दरअसल, चिन्यालीसौड़ के जोगत मल्ला में जंगली मशरूम खाने से अलग-अलग परिवारों की दो महिलाओं में से एक की इलाज के दौरान मौत हो गई है। जबकि, दूसरी महिला को गंभीर हालत में जिला अस्पताल उत्तरकाशी रेफर किया गया है। बताया जा रहा है कि जोगत मल्ला में बिंदा देवी पत्नी वेदप्रकाश (उम्र 60 वर्ष) अकेली रहती थी। जबकि, ममता देवी पत्नी स्व० कन्हैया लाल के साथ उसका बेटा रहता है।
जंगली मशरूम खाने से बिंदा देवी की मौत: बीती रविवार को दोनों ही जंगल में लकड़ी लेने गई थी। इस दौरान उन्हें जंगल में जंगली मशरूम दिखे। जिन्हें वो इकट्ठा कर घर लेकर आईं और सब्जी बनाकर खाई। जिससे दोनों की हालत बिगड़ गई। दोनों महिलाओं को पड़ोसियों ने इलाज के लिए देर रात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान बिंदा देवी की मौत हो गई।
वहीं, ममता देवी की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर किया। जहां उसका उपचार किया जा रहा है। गनीमत रही कि ममता देवी के बेटे ने जंगली मशरूम नहीं खाया था। इधर, जिला अस्पताल से जानकारी मिली है कि एक ही परिवार के 7 अन्य लोग भी जंगली मशरूम खाकर बीमार होने के बाद इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे थे, इलाज के बाद सभी को घर भेज दिया गया है।
जंगली मशरूम खाने से बचें: उत्तरकाशी जिला अस्पताल के सीएमएस पीएस पोखरियाल ने बताया कि अब तक जंगली मशरूम खाने वाले एक दर्जन से ज्यादा मरीज अस्पताल आ चुके हैं। उन्होंने सभी लोगों से अपील की है कि वो जंगली मशरूम न खाएं। इसको खाने से कभी भी उल्टी दस्त हो सकती है, इसलिए मशरूम खाने से बचें।