कटान की मंजूरी नहीं मिलने से कर्ज में डूब रहे किसान

रुद्रपुर । डीएफओ कार्यालय में वृक्षों के कटान से संबंधित किसानों की फाइलें एक साल से लंबित पड़ी हैं। खेतों में बोये गये पातन वाले वृक्षों के कटान की अनुमति नहीं मिलने से किसान बैंकों के कर्जदार हो रहे हैं। उनका इलाज, वैवाहिक जिम्मेदारियां प्रभावित हो गई हैं। ठेकेदार भी मंजूरी नहीं होने से बेरोजगार होने का आरोप लगा रहे हैं। जबकि वन क्षेत्रों में वृक्षों के कटान का कार्य विभाग की देखरेख में बेरोकटोक जारी है। गुरुवार को सितारगंज, खटीमा के काश्तकार और लकड़ी ठेकेदारों का शिष्टमंडल हल्द्वानी डीएफओ कार्यालय पहुंचा। यहां उन्होंने डीएफओ संदीप कुमार को पत्र दिया। उन्होंने कहा काश्तकारों ने गेहूं-धान आदि फसलों की तरह आय दोगुनी करने के लिए स्वामित्व वाली निजी भूमि में विभिन्न प्रजाति के वृक्ष लगाए थे। वृक्ष कटान की श्रेणी में आते हैं, लेकिन पेड़ के कटान की फाइल पिछले एक साल से लंबित पड़ी हुई हैं। वृक्षों की बिक्री नहीं होने से वे बैंक का कर्ज, परिवार की आर्थिक स्थिति और वैवाहिक रस्मों को समयानुसार पूरा नहीं कर पा रहे हैं। काश्तकारों और ठेकेदारों ने डीएफओ से निजी खेतों में खड़े वृक्षों के कटान की मांग की है। डीएफओ ने काश्तकारों, लकड़ी ठेकेदारों को बताया मामले का संज्ञान लेकर जल्द ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। यहां गोविंद सिंह, गणेश सिंह, मुख्तियार सिंह, मनजीत सिंह, दलीप सिंह, हरजीत सिंह, ठेकेदार राज दीपक अग्रवाल, सोहराब अली, शहादत, परिमल, सरफराज, राजेश, आशु सिंह, सोनू सैफी रहे।