केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह से खींची गई फोटो फिर वायरल

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में फोटो खींचने संबंधी मामलों पर बीकेटीसी पूरी तरह लगाम नहीं लगा पा रही है। बीते दिन गर्भ गृह के अंदर का एक फोटो फिर सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें एक प्रमुख कथा वाचक के साथ कुछ लोग पूजा कर रहे हैं। हालांकि इस फोटो को खींचने वाले को बीकेटीसी ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से खोज निकाला है और उस पर 11 हजार का जुर्माना भी ठोक दिया है। गर्भ गृह में फोटो खींचने पर लगाए गए प्रतिबंध के आदेश को स्वयं बीकेटीसी ही गंभीरता से लागू नहीं कर पा रही है। केदारनाथ में मंदिर परिसर के बाहर बदरी-केदार मंदिर समिति द्वारा फोटो और वीडियो बनाने को प्रतिबंधित किया है। हालांकि इसमें यह भी तर्क दिया जा रहा है कि सभी यात्रियों को फोटो खींचने से रोका नहीं जा सकता है, सिर्फ अमर्यादित फोटो और वीडियो बनाने वालों पर ही विशेष नजर रखी जा रही है, किंतु अपने ही आदेश को बीकेटीसी गंभीरता से लागू नहीं कर पा रही है। बीते दिनों सोशल मीडिया पर ऐसे ही कई वीडियो, रील और फोटो वायरल हुई हैं, जिसको लेकर काफी बवाल हुआ। बाबा के भक्तों और धर्मावलम्बियों की आपत्ति के बाद बीकेटीसी ने एक आदेश जारी करते हुए ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। इस आदेश में मंदिर परिसर और गर्भ गृह में फोटो वीडियो प्रतिबंधित करने का जिक्र किया गया। किंतु बीते दिन गर्भ गृह का एक और मामला सोशल मीडिया में आ गया जिसमें एक कथा वाचक एवं अन्य लोगों के साथ पूजा कर रहे हैं जबकि मंदिर परिसर में मंदिर की तरफ पीठ कर एक इंटरव्यू लिया जा रहा है। किसी व्यक्ति द्वारा दोनों फोटो सोशल मीडिया पर डाली गई, जिसको लेकर लोग तरह की तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। कई लोग इसे मंदिर की मर्यादा के खिलाफ बता रहे हैं। हालांकि इस सम्पूर्ण मामले में बीकेटीसी ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फोटो का संज्ञान लेते हुए शीघ्र कार्रवाई शुरू की।
बीकेटीसी के सीईओ योगेंद्र सिंह ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे की मदद से फोटो खींचने वाले इंदौर के व्यक्ति को केदारनाथ में होटल से पकड़ लिया गया। उन्होंने बताया कि उक्त व्यक्ति द्वारा अपनी गलती स्वीकार की गई। बताया कि बाबा के प्रति निस्वार्थ भाव और भूलवश उससे यह कार्य हुआ। संबंधित व्यक्ति के मोबाइल से फोटो डिलिट करा दिया गया है जबकि 11 हजार रुपये का जुर्माना ठोका गया है। उन्होंने बताया कि प्रमुख कथा प्रचारक के किसी भी व्यक्ति द्वारा फोटो नहीं लिया गया। उनसे पहले ही कैमरे बंद कराने का अनुरोध कर दिया गया था। यह कृत्य किसी ने गलती से कर दिया।