9 नाबालिग, 1 शिशु को आरपीएफ ने छुड़ाया

गुवाहाटी (आरएनएस)। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने इस सप्ताह एनएफआर के तहत विभिन्न स्टेशनों से नौ नाबालिगों और एक शिशु को सफलतापूर्वक बचाया, अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एनएफआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, सब्यसाची डे ने बताया कि एनएफआर में मंगलवार से गुरुवार तक कई अभियान चलाए और जांच की गई, जहां 10 लोगों को बचाया गया। बाद में उन्हें उनकी सुरक्षित हिरासत और आगे की कार्रवाई के लिए संबंधित चाइल्डलाइन एनजीओ को सौंप दिया गया।
मंगलवार को गुवाहाटी के आरपीएफ ने सेंटर फॉर डेवलपमेंट इनिशिएटिव, गुवाहाटी के साथ मिलकर गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर चेकिंग की। चेकिंग के दौरान उन्होंने दो भागे हुए नाबालिग लडक़ों को छुड़ाया। कटिहार रेलवे स्टेशन पर उसी दिन चलाए गए अभियान में कटिहार के आरपीएफ ने तीन भगोड़े नाबालिग लडक़ों को छुड़ाया। बचाए गए सभी नाबालिगों को सुरक्षित हिरासत और मानदंडों के अनुसार आगे की कार्रवाई के लिए क्रमश: गुवाहाटी और कटिहार में रेलवे चाइल्डलाइन को सौंप दिया गया।
इस बीच, बुधवार को एक अन्य घटना में, डिब्रूगढ़ की आरपीएफ एस्कॉर्ट पार्टी ने अवध असम एक्सप्रेस में एक नियमित जांच की, जहां उन्होंने माता-पिता या अभिभावक के बिना लगभग तीन महीने की उम्र के एक शिशु को बचाया। बाद में, शिशु को आरपीएफ और सरकारी रेलवे पुलिस और डिब्रूगढ़ में चाइल्डलाइन के एक प्रतिनिधि के संरक्षण में डिब्रूगढ़ के असम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।
डे ने कहा कि गुरुवार को हुई एक घटना में रंगपानी के आरपीएफ कर्मचारियों ने मालदा टाउन-न्यू जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस की चतरहाट स्टेशन पर चेकिंग के दौरान एक भागे हुए नाबालिग लडक़े और लडक़ी को पकड़ा। बाद में, पकड़े गए नाबालिगों को सुरक्षित हिरासत और आगे की कार्रवाई के लिए न्यू जलपाईगुड़ी में रेलवे चाइल्डलाइन को सौंप दिया गया।
अधिकारी ने कहा- आरपीएफ ट्रेन एस्कॉर्ट पार्टियों और स्टेशनों पर तैनात कर्मचारियों को सतर्क रहने और मानव तस्करी में शामिल संदिग्ध व्यक्तियों के साथ-साथ संदिग्ध तरीके से अकेले यात्रा करने वाले बच्चों की आवाजाही, उचित अभिभावक के बिना निगरानी करने के लिए सतर्क और संवेदनशील बनाया गया है।