वकीलों ने दी 7 जून के बाद आंदोलन की चेतावनी
रुडकी। लक्सर में वकीलों के दोनों संगठनों ने शनिवार को संयुक्त बैठक की। बैठक में उन्होंने बार के पूर्व अध्यक्ष के बेटे के खिलाफ कोतवाली पुलिस द्वारा दर्ज मुकदमे को फर्जी बताकर तत्काल वापस लेने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि अगर मुकदमा वापस नहीं किया गया तो वे मजबूरन आंदोलन करेंगे। इसी 31 मई को कोतवाली पुलिस ने लक्सर एडवोकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष के बेटे अभिषेक के खिलाफ पुलिस से अभद्रता करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था। बाद में वकीलों के हंगामा करने पर रात को बारह बजे उसे कोतवाली से जमानत पर छोड़ा गया था। इसे लेकर एसोसिएशन ने 1 जून से कार्य बहिष्कार पर हैं। बाद में लक्सर की दूसरी सिविल बार ने भी उन्हें समर्थन देकर कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया था। शनिवार को एसोसिएशन व सिविल बार ने संयुक्त बैठक कर इस पर विचार किया। उन्होंने कहा कि 31 मई को पुलिस आधे घंटे के भीतर दूसरी बार अभिषेक का चालान काट रही थी। इस पर अभिषेक ने आपत्ति की थी। पुलिस ने चिढक़र फर्जी मुकदमा कायम किया है। इसकी वीडियो फुटेज भी उनके पास मौजूद हैं। उन्होंने मांग की कि पुलिस अभिषेक के खिलाफ दर्ज मुकदमे को तुरंत अंतिम रिपोर्ट लगाकर वापस करे। चेतावनी दी कि 7 जून तक मुकदमा वापस नहीं हुआ तो पूरे उत्तराखंड के वकील सडक़ों पर उतरकर पुलिस का विरोध करेंगे। बैठक में कुशलपाल सिंह, अनूप सिंह पुंडीर, सहदीप सिंह, संजय कुमार, राजकुमार, जौहर सिंह, आदित्य प्रकाश, विनोद शर्मा, अनिल सिंघल, हरीश राणा, दीपांकर कौशिक, संजय वर्मा, मौहम्मद नाहिद खान, पंकज गुप्ता, प्रदीप धीमान, रविंद्र कुमार, सुशील कुमार, जोधसिंह, शेरसिंह, राजवीर सिंह, मनोज सैनी, अरविंद कुमार, अवतार सिंह, आनंद उपाध्याय, राजेंद्र सिंह आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।