तीर्थ पुरोहितों ने सपा महासचिव के बयान की निंदा की

नई टिहरी। सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के हिंदुओं के सर्वोच्च धाम बदरीनाथ को बौद्ध मठ बताये जाने पर तीर्थपुरोहित समाज ने मौर्य के बयान की कड़ी निंदा की है। तीर्थ पुरोहितों ने इस कृत्य के लिए मौर्य से माफी मांगने को कहा है। श्री बदरीश पंडा पंचायत ने सपा महासचिव मौर्य के बयान की कड़ी निंदा की है। पंचायत अध्यक्ष प्रवीन ध्यानी ने कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य को इतिहास और प्राचीन हिंदू धर्म ग्रंथों का अध्ययन करना चाहिए। भारत की संवेदनशील उत्तरी सीमा पर स्थित बदरीनाथ धाम पर इस तरह का बयान देकर मौर्य ने देश की सुरक्षा को भी खतरे में डालने का काम किया है। बौद्ध धर्म मानने वाला चीनी ऐसे बयानों का इंतजार करते रहते हैं। तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि मौर्य यदि हिंदू धर्म संस्कृति का अध्ययन करते तो समझ पाते कि आदि शंकराचार्य ने किस तरह बैकुंट धाम की बौद्धों के आक्रमण से रक्षा की थी। भगवान बदरीनाथ की मूर्ति को लेकर इस तरह के दावे भी कई बार किये गये हैं, मगर हमेशा यह झूठे साबित हुये हैं। भगवान नारायण के स्वरूप के सभी प्रमाण इसमें मिले हैं। विश्व भर के हिंदुओं की भगवान बदरीनाथ पर अटूट आस्था है। राजनैतिक स्वार्थ के कारण स्वामी प्रसाद मौर्य ने करोड़ों हिंदुओं की आस्था पर जो चोट की है, उन्हें तत्काल माफी मांगनी चाहिए। मांग करने वालों में पंचायत उपाध्यक्ष सुधाकर बाबुलकर, सचिव रजनीश मोतीवाल, सह सचिव राजेश पालीवाल, कोषाध्यक्ष अशोक टोडरिया, सदस्य प्रदीप भट्ट, प्रमोद मेवाड गुरु, अजय बंदोलिया आदि शामिल थे।


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