टी-20 वर्ल्ड कप में अजब संयोग, टॉस जीतना मतलब जीत की गारंटी

नई दिल्ली। टी-20 विश्व कप 2021 में अबतक सुपर 12 स्टेज में 9 मुकाबले खेले जा चुके हैं। 17 अक्टूबर से शुरू हुए इस टूर्नामेंट में कुछ टीमों ने अपने प्रदर्शन से बेहद इंप्रेस किया है, तो कुछ टीमें संघर्ष करती दिखाई दी हैं। पाकिस्तान ने जहां एक तरफ अपने खेल से हर किसी को हैरान किया है तो वेस्टइंडीज, भारत जैसी टीम के लिए टूर्नामेंट का आगाज निराशाजनक रहा है। यूएई और ओमान की धरती पर हो रहे फटाफट क्रिकेट के विश्व कप में टॉस ने बेहद अहम भूमिका अदा की है। अभी तक खेले गए 9 मुकाबलों में से आठ में जीत उसी टीम के हाथ लगी है, जिसके पक्ष में टॉस गिरा है। यानी टॉस जीतने के साथ ही टीम की जीत भी लगभग फिक्स रही है। अभी तक खेले गए 9 मैचों में से सात में टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है और यह निर्णय हर बार और हर टीम के लिए सही साबित हुआ है।अगर एकाद मैच को छोड़ दे तो पहले बैटिंग करने वाली टीम स्कोर बोर्ड पर कोई बहुत बड़ा टोटल खड़ा करने में नाकाम रही है। क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट के विश्व कप में गेंदबाजों का बोलबाला रहा है और अबतक लो स्कोरिंग मुकाबले ही देखने को मिले हैं। दुबई के मैदान पर तो हर टीम ने टॉस जीतने के बाद आंख बंद करके बॉलिंग का ही चुनाव किया है और नतीजा एकतरफा पक्ष में आया है। चाहे वेस्टइंडीज और इंग्लैंड का मैच रहा हो या फिर भारत बनाम पाकिस्तान। इन आंकड़ों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यूएई की धरती पर टॉस हर मुकाबले में कितना अहम किरदार निभा रहा है और यह कहना गलत नहीं होगा कि अगर टॉस  का सिक्सा आपके पक्ष में उछला तो आधा मैच तो उसी समय आपकी झोली में आ जाएगा। सुपर 12 के दोनों ग्रुप की बात करें तो ग्रुप ऑफ डेथ में इंग्लैंड दो जीत के साथ नंबर एक पर मौजूद है, जबकि ग्रुप-2 में पाकिस्तान ने भारत और न्यूजीलैंड को पीटकर नंबर एक की कुर्सी पर कब्जा कर रखा है।