शीशमबाड़ा प्लांट में नहीं सुलझा विवाद, शहर की सफाई पर संकट

देहरादून। सेलाकुई स्थित नगर निगम के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में स्थानीय लोगों ने चौथे दिन भी सफाई वाहनों की एंट्री नहीं होने दी। लोग प्लांट को शिफ्ट करने के लिए टाइमलाइन तय कर लिखित आश्वासन देने की मांग को लेकर धरने पर डटे हैं। विरोध के बीच शहर का कूड़ा चौथे दिन भी कारगी में डंप करना पड़ा। जिसका सफाई व्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है। मेयर और नगर आयुक्त जल्द विरोध कर रहे ग्रामीणों से वार्ता करने जा सकते हैं।

नगर निगम के सेलाकुई स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में मंगलवार को भी सफाई वाहनों की एंट्री नहीं हो पाई। प्लांट शिफ्ट करने की मांग पर अड़े लोगों से निगम अधिकारियों की वार्ता विफल रही। ऐसे में निगम को शहर का कूड़ा कारगी में डंप करवाना पड़ा। जल्द विवाद नहीं सुलझा तो निगम की मुश्किलें और बढ़ेंगी। सेलाकुई में लोग जल्द प्लांट शिफ्ट करने को लेकर लिखित रूप से आश्वासन देने की मांग कर रहे हैं। लेकिन नई जगह तय नहीं हो पाने से निगम प्रबंधन ऐसा नहीं कर पा रहा। इधर विरोध के चलते निगम को मजबुरन कूड़ा कारगी में डंप करवाना पड़ रहा है। नगर आयुक्त मनुज गोयल ने बताया कि समस्या का समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने और पारदर्शी बनाने के लिए कई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कारगी और अन्य चिन्हित जगहों पर जल्द मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) बनाने के निर्देश दिए हैं। ताकि कम कूड़ा प्लांट में जाए और कूड़ा निस्तारण पर हो रहे खर्च को कम किया जा सके। अधिकारी ने बताया कि टेंडर के माध्यम से कारगी से प्लांट तक कूड़ा ट्रांसपोर्टेशन का काम निजी कंपनी को सौंपा गया है। जिसके लिए नगर निगम अब 450 रुपये प्रति मीट्रिक टन की बजाय 290 रुपये के हिसाब से भुगतान करेगा। इससे निगम को हर साल लाखों रुपये की बचत होगी। 69 वार्डों में डोर टू डोर कूड़ा उठान करने और प्लांट संचालन करने वाली कंपनी के अधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया गया है।