पूस की रात नाटक की प्रस्तुति से दर्शक हुए मंत्रमुग्ध

श्रीनगर गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि के एमए थिएटर द्वितीय वर्ष के छात्रों ने महान हिंदी लेखक मुंशी प्रेमचंद की प्रसिद्ध कहानी पूस की रात नाट्य रूपांतरण का मंचन किया। हल्कू और उसकी पत्नी मुन्नी पर केंद्रित इस नाटक की छात्रों ने बेहतरीन प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नाटक के अनुसार हल्कू एक गरीब किसान है जिस पर अपने मालिक सहना का पैसा बकाया है। हल्कू और उसकी पत्नी जो भी काम करते है, उसका अधिकांश हिस्सा उसके मालिक के पास जाता है। उधार के पैसे पर ब्याज दर इतनी अधिक है कि हल्कू को लगता है कि वह पूरा कर्ज नहीं चुका पाएगा। सहना पैसे की मांग करते हुए हल्कू के घर के बाहर इंतजार करता है। हल्कू की पत्नी मुन्नी का किसी तरह नया कंबल खरीदने के लिए तीन रुपये बचाने, इस बचाए हुए पैसे को मालिक को देने के लिए हल्कू का दबाव बनाना व सहना को पैंसे देना, रात की ठंड में खेत की रखवाली करना, ठंड से बचने के लिए कुत्ते को अपने बिस्तर पर बुलाना आदि नाट्य प्रसंग की प्रस्तुति देखकर दर्शक गदगद हुए। नाटक में हल्कू का पात्र नाटक के निर्देशक हेमन्त राय, मुन्नी की भूमिका अनुष्का पांडे, सहना की भूमिका कार्तिकेय खट्टर और जबरा की भूमिका में लव पंडित ने निभाई। रूप सज्जा गौरव सिंह, लाइट अरविंद टम्टा एवं रोहित भार्गव और संगीत में साहिल शर्मा का योगदान रहा।


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