परीक्षा का दबाव बनाये जाने से भडक़े डिग्री कॉलेज के छात्र


बागेश्वर। डिग्री कॉलेज में परीक्षा कराए जाने के निर्णय से छात्रों में नाराजगी है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में परीक्षाएं कराने से संक्रमण का खतरा बढ़ेगा। छात्रों ने प्रथम वर्ष अैर अंतिम सेमेस्टर के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कुलपति के नाम ज्ञापन भेजकर बिना परीक्षा के छात्रों को प्रोन्नत करने की मांग की। पांच दिन के भीतर समस्या का निदान नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी। छात्रसंघ उपाध्यक्षा विद्या पांडेय के नेतृत्व में छात्रों ने प्राचार्य को कुलपति के नाम ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि एक ओर कोविड-19 बीमारी बढ़ती जा रही है, ऐसे में कुमाऊं विश्वविद्यालय छात्र-छात्राओं पर परीक्षा देने का दबाव डाल रहा है। जो कि छात्रों के लिए जोखिम भरा हो सकता है। उन्होंने कहा कि केवल प्रथम वर्ष और अंतिम सेमेस्टर के छात्रों की परीक्षा कराना उनके साथ सौतेला व्यवहार है। उन्होंने कहा कि कॉलेज की ओर से ऑनलाइन कक्षाएं चलाई गई, जिसका जिले के अधिकांश क्षेत्रों में संचार सुविधा नहीं होने से छात्र लाभ नहीं उठा पाए। उन्होंने यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार 24 अगस्त से परीक्षा कराने की बजाय छात्रों को बिना परीक्षा के प्रोन्नत कराने की मांग की। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से पांच दिन के भीतर सही निर्णय लेने की मांग की। उन्होंने समस्या का हल नहीं निकलने पर धरना देकर विरोध करने की चेतवनी दी। इस मौके पर सचिन कठायत, मनोज गढिय़ा, विनोद गोस्वामी, पंकज कुमार, संदीप कुमार, अंश रस्तोगी, रुद्रा पांडे, संजय जोशी आदि मौजूद रहे।
