करसोग: निजी क्लीनिक पर पुलिस का छापा, प्रतिबंधित दवाइयों की खेप बरामद

 करसोग(मंडी)। हिमाचल प्रदेश की करसोग पुलिस ने डीएसपी गीताजंलि ठाकुर की अगवाई में भंथल में एक स्थानीय क्लीनिक में छापामारी की। इस दौरान तलाशी करने पर पुलिस के हाथ प्रतिबंधित दवाइयों की बड़ी खेप लगी है। यही नहीं झोलाछाप डॉक्टर के पास न तो दवाइयां बेचने का लाइसेंस था और न ही कोई डिग्री थी। ऐसे में लंबे समय से झोलाछाप डॉक्टर बिना किसी डिग्री के लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा था। पुलिस ने प्रतिबंधित दवाइयों को कब्जे में लेकर क्लिनिक को भी सील कर दिया है। करसोग में बढ़ते नशीली दवाइयों के कारोबार को लेकर मिल रही शिकायत पर यह कार्रवाई की है। ऐसे में प्रतिबंधित दवाइयां बेचने और बिना डिग्री के लोगों का इलाज करने के जुर्म में पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट सहित आईपीसी की धारा के तहत मामला दर्जकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
मंगलवार को आरोपी को कोर्ट में भी पेश किया गया। इससे पूर्व पुलिस ने उपमंडल के तहत सेरी बंगलों में भी झोलाछाप डॉक्टर के क्लिनिक में दबिश दी थी। पुलिस पहले ही आरोपी को हिरासत में ले चुकी है। डीएसपी करसोग के नेतृत्व में लगातार जारी इस कार्रवाई से झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने लोगों से भी इस तरह के फर्जी डॉक्टरों के चंगुल में न फंसने की अपील की है। डीएसपी गीताजंलि ठाकुर ने बताया कि लोगों से लगातार मिल रही शिकायतों के आधार पर भंथल में चल रहे क्लिनिक का निरीक्षण किया गया। इस दौरान पाया गया कि आरोपी के पास न कोई डिग्री है और न ही दवाइयां बेचने का लाइसेंस है। उन्होंने कहा कि क्लिनिक में निरीक्षण के दौरान भारी मात्रा में ट्रामाडॉल भी पाई गई। उन्होंने कहा कि दवाइयां कहां से आ रही हैं, इसकी जानकारी भी जुटाई जाएगी।