महर्षि नारद जयंती पर हुई वर्चुअल विचार गोष्ठी

अल्मोड़ा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अल्मोड़ा द्वारा नारद जयंती के अवसर पर वर्चुअल माध्यम से एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें लेखक, पत्रकार, कवि आदि ने प्रतिभाग किया। इस मौके पर समाज और देश के प्रति मीडिया की भूमिका को महत्वपूर्ण करार देते हुए समाज को सही दिशा देने में पत्रकारों की भूमिका बेहद अहम बताई गई। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता आरएसएस के सह प्रांत बौद्धिक शिक्षण प्रमुख राजेश जोशी ने पत्रकारिता के मूल्य, सत्यता प्रकाशन, पत्रकारों की समाज और देश के प्रति जिम्मेदारी आदि विषयों पर विचार रखे। उन्होंने कहा कि भगवान नारद सृष्टि के पहले पत्रकार थे जो तीनों लोकों में में संदेश पहुंचाने का काम करते थे। साथ ही 64 विधाओं के ज्ञाता थे। जिस प्रकार से मीडिया को चौथा स्तंभ बना जाता है उसी प्रकार से त्रिदेव के बाद नारद को चौथा स्थान प्राप्त है। नारद ने देव व दानवों दोनों के मध्य पूर्वाग्रह रहित सूचनाएं पहुंचाई और उनका ध्येय जनकल्याण था। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आदि पत्रकार नारद के विचारों को अपनाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पत्रकारिता मिशन न रहकर पाठक और टीआरपी के बीच में फंस कर रह गई है जिसके चलते समाचारों में पूर्वाग्रह, पंथवाद बना हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में ऐसी पत्रकारिता की आवश्यकता है जो लोगों का हौसला बढ़ाये, लोगों को मानसिक सुकून पहुंचाये। स्वाधीन प्रजा के संपादक प्रकाश पांडेय ने नारद ऋषि को नमन किया और वर्तमान परिस्थितियों में पत्रकारिता पर विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन आरएसएस के जिला प्रचार प्रमुख प्रमोद सिंह बिष्ट ने किया। वर्चुअल मीट में विभिन्न क्षेत्रों से पत्रकारों के अलावा ऑनलाइन रूप से किशन गुरुरानी, प्रेम प्रकाश पांडेय, चन्द्र प्रकाश फुलोरिया, हेमन्त जोशी, देवेंद्र बिष्ट, गोपाल मेहरा, हरीश मलाडा, विक्रम परिहार, हरीश मेहता, निखिलेश पवार, विनीत कांडपाल, रोहित बिष्ट सहित अल्मोड़ा जिला ईकाई के कई संघ के कई स्वयंसेवक जुड़े।