किसानों के टॉपर बच्चों को सरकार देगी नकद पुरस्कार

कृषि विभाग ने शुरू की योजना, हर जिले से हाईस्कूल, इंटर, ग्रेजुऐशन के दो टॉपर-बालक-बालिका होंगे पात्र
पांच,आठ,दस हजार रुपये मिलेगी प्रोत्साहन राशि, इनकम टैक्स के दायरे में आने वाले किसान परिवारों को लाभ नहीं
चंपावत और नौटी की चाय फैक्टरी दोबारा शुरू करने की तैयारी, कृषि सचिव से 15 दिन में मांगी रिपेार्ट

देहरादून। किसानों के मेधावी बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार नकद पुरस्कार देगी। चंपावत और नौटी-चमोली की बंद पड़ी चाय फैक्टरियों को जल्द शुरू होने की उम्मीद है। सरकार ने कृषि सचिव आर. मीनाक्षीसुंदरम की अध्यक्षता में समिति का गठन किया है। कमेटी से पंद्रह दिन के भीतर फैक्टरियों को दोबारा चलाने के लिए फार्मूला तलाशने को कहा गया है।
शुक्रवार को विधानसभा स्थित अपने कार्यालय में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने विभागीय समीक्षा में यह निर्णय किया। बैठक के बाद सुबोध ने बताया कि पुरस्कार के लिए तीन श्रेणियां बनाई गईं हैं। हर जिले में हाईस्कूल, इंटर मीडिएट और ग्रेजुऐशन स्तर से एक-एक मेधावी बालक- बालिका का चयन किया जाएगा। हाईस्कूल स्तर पर पांच हजार, इंटर मीडिएट स्तर पर आठ और ग्रेजुएशन स्तर पर 10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। ये प्रोत्साहन राशि केवल उन किसानों के बच्चों के लिए है, जो इनकम टैक्स के दायरे में नहीं आते। पीएम किसान सम्मान निधि की तरह ही एमपी, एमएलए, निकाय, पंचायतों के अध्यक्ष, मेयर आदि के बच्चे भी प्रोत्साहन राशि के लिए पात्र नहीं होंगे। जिलों में डीएम की अध्यक्षता में कृषि, शिक्षा, उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों की समिति पात्र छात्रों का चयन करेगी।चाय फैक्टरी मामले में यह देखा गया है कि फैक्टरी मालिकों पर काफी धन राशि बकाया है। दो विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। पहला फैक्टरी मालिक से बकाया धन की वसूली कर संचालन का का रास्ता खोला जाए। दूसरा, सरकार फैक्टरी का मूल्यांकन कर सरकार उन्हें अपने अधीन कर खुद ही चलाए। कृषि सचिव से पंद्रह दिन में दोनों विकल्पों पर विचार करते हुए रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।

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