काशीपुर में माइनिंग कंपनी के खिलाफ ट्रांसपोर्टरों ने खोला मोर्चा

काशीपुर। माइनिंग कंपनी की तानाशाही के विरोध में ट्रांसपोर्टरों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि खेत हमारा लेकिन बाहरी कंपनी कब्जा करके बैठी है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 17 अक्तूबर तक माइनिंग कंपनी को बाहर नहीं किया गया तो वह सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर देंगे। मंगलवार को ग्राम अजीतपुर स्थित गुरुद्वारे में ट्रांसपोर्टरों ने बैठक कर प्रदर्शन किया। इस दौरान भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष हरजिंदर सिंह ने कहा कि वह अपने खेत से मिट्टी उठाकर घर पर नहीं डाल सकते। ऐसा करने पर माइनिंग कंपनी दबंगई पर उतर रही है। हम सरकार के साथ हैं, लेकिन सरकार हमारे साथ नहीं है। उन्होंने कहा कि 17 अक्तूबर तक समस्या का समाधान नहीं होता है तो वह आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। बाजपुर गुरुद्वारा सिंह सभा में गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के प्रधान कुलविंदर सिंह किंदा ने कहा कि माइनिंग कंपनी से ट्रांसपोर्टर ही नहीं आम लोग भी परेशान हैं। उन्होंने माइनिंग कंपनी के कर्मचारियों पर गुंडागर्दी करने का आरोप लगाया। उन्होंने सरकार को 17 अक्तूबर तक का अल्टीमेटम दिया। इस बीच माइनिंग कंपनी को प्रदेश से बाहर नहीं करने पर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि माइनिंग कंपनी के कर्मचारियों की दबंगई को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अमित ने कहा कि माइनिंग कंपनी की तानाशाही इतनी बढ़ गई कि रॉयल्टी होने के बाद उसका 37 हजार रुपये का चालान काट दिया गया। ड्राइवर से मारपीट की गई। जब इसका विरोध किया तो दुश्मनी निकालने के लिये तीन दिन पहले कार में टक्कर मारकर उसके साथ भी मारपीट कर कार को तहस-नहस कर दिया। यहां जगतजीत सिंह जग्गी, हरदीप सिंह,रोहित प्रधान, सुखदेव सिंह, हरदेव सिंह, जाससीन ढिल्लो, अवतार सिंह आदि मौजूद रहे।


