हेलंग घटना के दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की
चमोली। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ( माले) के गढ़वाल सचिव इंद्रेश मैखुरी ने हेलंग में घास लाती महिलाओं से सुरक्षा बलों द्वारा घास छीनने और बदसलूकी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा महिलाओं पर की गई कार्रवाई को गलत बताते हुए दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की है। इस प्रकरण पर इंद्रेश मैखुरी ने अपर मुख्य सचिव (गृह) को और डीजीपी पुलिस को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में इंद्रेश मैखुरी ने कहा है कि 15 जुलाई 2022 को चमोली जिले के जोशीमठ ब्लॉक के हेलंग में घास लाती महिला से सीआईएसएफ तथा उत्तराखंड पुलिस के द्वारा घास छीनने की घटना का वीडियो वायरल हुआ है। ये बेहद अफसोसजनक है कि महिलाओं की कुर्बानियों से बने राज्य में महिलाओं से सरेआम सीआईएसएफ़ और पुलिस घास छीने, वो भी तब जबकि ये महिलाएं चारागाह बचाने, परियोजना निर्माता कंपनी-टीएचडीसी द्वारा अवैध रूप से पेड़ काटने और अवैध रूप से मलबा निस्तारण का विरोध कर रही थी। इस सिलसिले में वे बीते दो महीनों से एसडीएम और जिलाधिकारी चमोली समेत प्रशासन और शासन के जिम्मेदार लोगों को पत्र भेज चुकी थी। घास छीनने के बाद उक्त महिलाओं को जोशीमठ, कोतवाली ले जा कर छह घंटे बैठा कर रखा गया। इसके बाद उत्तराखंड पुलिस अधिनियम, 2007 की धारा 81 के तहत 250-250 रुपये का चालान करके छोड़ा गया। जोशीमठ कोतवाली में छह घंटे बैठाए रखने के बाद 250 रुपये का चालान करना स्पष्ट तौर पर उत्तराखंड पुलिस अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन है। अतः महिलाओं को छह घंटे कोतवाली में बैठाने के बाद पुलिस एक्ट का अतिक्रमण करते हुए उक्त महिलाओं का चालान करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध तत्काल कठोर कार्यवाही की जाये।