जीबी पंत पर्यावरण संस्थान के पूर्व निदेशक डॉ उपेन्द्र धर की पुण्य तिथि पर हुआ वृहद वृक्षारोपण

अल्मोड़ा। गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान अल्मोड़ा के जैव-विविधता संरक्षण एवं प्रबंधन केन्द्र द्वारा पर्यावरण संस्थान के भूतपूर्व निदेशक स्वर्गीय डॉ उपेन्द्र धर की द्वितीय पुण्यतिथि पर संस्थान के ‘सूर्य-कुंज‘ में बहुमूल्य औषधीय पादप तिमूर (जांथॉक्सिलम आर्मेटम) एवं अन्य पादप प्रजातियों का वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम को संचालित करते हुए वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं केन्द्र प्रमुख डॉ आई डी भट्ट ने बताया कि पूर्व निदेशक डा0 उपेन्द्र धर ने संस्थान में बर्हि-स्थाने संरक्षण केन्द्र ‘सूर्य-कुंज‘ की परिकल्पना की थी। ‘सूर्य-कुंज‘ में संकटग्रस्त प्रजातियों जैसे- बरबेरीस की सैंचूरी को भी स्थापित किया जा चुका है। डा0 धर को सदैव हिमालयी जैव-विविधता से अत्यधिक प्रेम एवं लगाव था। प्रो सुनील नौटियाल, संस्थान निदेशक ने डॉ उपेन्द्र धर को समर्पित पर्यावरणवादी, कुशल वैज्ञानिक एवं बहुमुखी प्रतिभा का धनी बताया। डॉ नौटियाल ने उनके द्वारा संस्थान हित में किए गए विभिन्न प्रशासनिक एवं शोध कार्यो को साझा किया। कार्यक्रम में जैव-विविधता संरक्षण एवं प्रबंधन केन्द्र के वैज्ञानिकों, शोधार्थियों, कर्मचारियों द्वारा तिमूर के साथ विभिन्न पादप प्रजातियों का रोपण किया गया। कार्यक्रम के दौरान डॉ सतीश आर्य, डॉ सुबोध ऐरी, डॉ के एस कनवाल, डॉ आशीष पाण्डे, डॉ रवीन्द्र जोशी, डॉ अमित बहुखण्डी, डॉ कुलदीप जोशी, डॉ लक्ष्मण भौर्याल, डॉ पुष्पा केवलानी, डॉ शाईनी ठाकुर, दीप चन्द्र तिवारी, हिमांशु बर्गली समेत 70 से अधिक शोधार्थी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।