उधम सिंह नगर में स्वरोजगार के लिए यतिन ने चुना है यह तरीका


प्रदेश के कई युवा कृषि क्षेत्र के जरिए स्वरोजगार से जुड़ रहे हैं। ऊधमसिंह नगर जिले के बाजपुर के यतिन सिंघल भी उन्हीं में से एक हैं। यतिन ने पारंपरिक खेती की बजाय ड्रैगन फ्रूट की खेती को चुना। यतिन का कहना है कि शुरुआत में उन्होंने एक हेक्टेयर क्षेत्रफल पर ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की। एक एकड़ क्षेत्रफल में 500 पिलर लगाए गए और हर पिलर पर 4 पौधे लगाए गए हैं। ड्रैगन फ्रूट की खेती की लागत करीब 5 लाख रुपए है और उत्पादन 2 साल में ही शुरू हो जाता है। एक एकड़ में ड्रैगन फ्रूट की खेती से पांच लाख तक की आमदनी हो सकती है। यतिन क्षेत्र के दूसरे किसानों को ड्रैगन फल की व्यावसायिक खेती के प्रति जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने क्षेत्रीय किसानों को इसके लिए सैंपल के तौर पर पौधे भी दिये हैं। वहीं जिला उद्यान अधिकारी हरीश तिवारी का कहना है कि पारंपरिक खेती के अलावा नई तरह की खेती करने से किसानों की आजीविका बढ़ेगी।
