एफडी की रकम लेकर सीईओ और दो निदेशक फरार, मुकदमा के आदेश

विकासनगर। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ढकरानी विकासनगर शाचि शर्मा की अदालत ने एक फाइनेंस कंपनी के सीईओ और दो निदेशकों के खिलाफ लाखों रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। आरोप है कि आरोपी कंपनी का कार्यालय बंद कर फरार हो गए।कोर्ट ने कोतवाली पुलिस को मुकदमा दर्ज कर जांच करने के आदेश दिए हैं।
अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट शाचि शर्मा की अदालत में सुषमा निवासी बरोटीवाला विकासनगर, तरुण कुमार निवासी रेसकोर्स देहरादून और दलवीर सिंह निवासी मेहूंवाला खालसा विकासनगर ने अपने अधिवक्ता अवतार सिंह मजिठिया के माध्यम से प्रार्थना पत्र दिया। पत्र में उन्होंने में बताया कि एक फाइनेंस कंपनी का कार्यालय बाबूगढ़ चुंगी नंबर एक के पास था। कंपनी के सीईओ और दो निदेशकों ने उन्हें तरह तरह के प्रलोभन दिए। जिस पर वे कंपनी के झांसे में आ गये। सुषमा ने बताया कि उसने पचास-पचास हजार की दो एफडी अपने बेटे और बेटी के नाम करा दी। तरुण कुमार ने बताया कि उन्होंने दो लाख रुपये की अलग अलग एफडी कंपनी में कराई। दलवीर सिंह ने बताया कि फाइनेंस कंपनी ने उन्हें एजेंट बनाया। जिसमें उन्होंने अपने कई परिचितों से करीब तीन लाख रुपये की अलग-अलग कई एफडी खुलवाई। कंपनी की ओर से गारंटी के रूप में उन्हें बांड दिए गये। बताया कि जब कंपनी में उनकी एफडी की तिथि पूरी हुई और बांड लेकर वे कंपनी में गये तो कंपनी के उक्त तीनों अधिकारियों ने बताया कि दो वर्ष कोरोनाकाल के कारण आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। अपने निवेशकों को कुछ दिन बाद उनकी रकम लौटा देंगे। लेकिन कंपनी के तीनों तथाकथित अधिकारी अचानक कंपनी का कार्यालय बंद कर फरार हो गये। तीनों से संपर्क किया लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। न ही उनके फोन नंबर मिल रहे हैं। इस संबंध में उन्होने कोतवाली विकासनगर, एसएसपी कार्यालय और डीजीपी कार्यालय को रजिस्टर्ड डाक से तहरीर भेजी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पायी। इस मामले में अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने फाइनेंस कंपनी के तीनों अधिकारियों के खिलाफ कोतवाली विकासनगर पुलिस को मुकदमा दर्ज कर जांच करने के निर्देश दिए हैं। इस मामले में एसएसआई कोतवाली विकासनगर मनोज नैनवाल ने बताया कि कोर्ट का आदेश मिला नहीं है। कोर्ट के आदेश के अनुसार कार्रवाई की जायेगी।


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