एकीकरण एवं राजकीयकरण की मांग को लेकर धरना जारी

श्रीनगर गढ़वाल(आरएनएस)। उत्तराखंड पेयजल निगम और जल संस्थान के एकीकरण एवं राजकीयकरण की मांग पूरी न होने पर कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। बुधवार को जल निगम-जल संस्थान संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर दो सूत्रीय मांगों को लेकर श्रीनगर में जल संस्थान और पेयजल निगम के कर्मचारियों ने धरना-प्रदर्शन किया। साथ ही प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक अधिकारी एवं कर्मचारियों ने दो घंटे का कार्य बहिष्कार किया। इस संदर्भ में उन्होंने उपजिलाधिकारी नुपुर वर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। उत्तराखंड जल निगम परिसर में धरना देते हुए मोर्चा के गढ़वाल संयोजक एसएन जोशी ने कहा कि गत कई वर्षों से पेयजल निगम एवं जल संस्थान के एकीकरण एवं राजकीयकरण की मांग की जा रही है। उन्होंने कहा कि एकीकरण व राजकीयकरण नहीं किए जाने से पेयजल जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे को लेकर अनिश्चितता बनी रहेगी। उन्होंने शहरी विकास विभाग की ओर से पेयजल निगम एवं जल संस्थान के कार्यक्षेत्र में लगातार अतिक्रमण किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि शहरी विकास विभाग से सीवेज एवं पेयजल के कार्य भी संचालित कराए जा रहे हैं। संस्था के पास न्यूनतम तकनीकी अर्हता एवं अनुभव की कमी है। उन्होंने कहा कि यदि जल्द से मांगों पर कार्यवाही नहीं होती है तो वह उग्र आंदोलन के साथ ही पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार करने को तैयार होंगे। इस मौके पर सहायक अभियंता जगदीश सिंह, धन सिंह रावत, सुशील पटवाल, राजन कुमार टम्टा, सुभाष चंद्र बमराड़ा, अखिलेश, दीपक नेगी, नितिन नेगी, कीर्ति सिंह असवाल, अखिलेश, दीपक नेगी, नितिन नेगी, कीर्ति सिंह असवाल सहित आदि मौजूद थे।