एक सप्ताह के भीतर कार्यवाही नहीं तो गुरिल्ला आंदोलन का केंद्र होगा चम्पावत जनपद

अल्मोड़ा। एसएसबी स्वयं सेवक कल्याण समिति के केन्द्रीय अध्यक्ष ब्रह्मानन्द डालाकोटी ने बताया कि उनके द्वारा विगत दिवस दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी तथा मुख्यमंत्री कार्यालय में अनेक अधिकारियों से मुलाकात कर बीती 09 अगस्त को हुए समझौते के अनुसार मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में शीघ्र बैठक बुलाकर गुरिल्लों की मांगों पर शीघ्र कार्यवाही की मांग की। उन्होंने विज्ञप्ति में बताया कि 26 नवंबर को टनकपुर क्षेत्र में मुख्यमंत्री के आने की संभावना के चलते टनकपुर के गुरिल्लों द्वारा टनकपुर स्थित कैंप कार्यालय में मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए समय की मांग की है। 20नवंबर को टनकपुर में हुई गुरिल्लों की एक बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि यदि उत्तराखंड शासन ने अपने वायदे के अनुसार एक सप्ताह के भीतर कार्यवाही नहीं की तो दिसंबर प्रथम सप्ताह में गुरिल्ला आंदोलन का केंद्र मुख्यमंत्री का चुनाव क्षेत्र चंपावत जनपद होगा जिसमें प्रथम दिन चंपावत में गोलज्यू मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद मुख्यमंत्री के कैम्प कार्यालय चंपावत स्थित कैम्प कार्यालय तक कूच किया जाएगा, जिसकी तिथि 26 नवंबर को टनकपुर में मुख्यमंत्री के दौरे के बाद घोषित की जाएगी और अन्य कार्यक्रम भी घोषित किए जाएंगे। देहरादून में उनके साथ संगठन के देहरादून के प्रतिनिधि बलबीर सिंह, पौड़ी के मनोज भट्ट, टिहरी के वीरेंद्र रावत आदि मुलाकात कार्यक्रमों में साथ रहे।


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