पहली नवरात्रि पर दूनागिरी मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता
अल्मोड़ा। विकासखण्ड द्वाराहाट के मां दूनागिरी मंदिर में शारदीय नवरात्रि और चैत्र नवरात्रि में अत्यधिक भीड़ लगी रहती है। यह मंदिर माता वैष्णो देवी दूनागिरी के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर के गर्भ गृह में माता के साथ साथ शिव भी विराजमान हैं। कहते हैं कि इस पहाड़ का नाम दूनागिरी इसलिए पड़ा जब प्रभु श्री राम के अनुज लक्ष्मण को मूर्छा लगी थी उस समय हनुमान संजीवनी लेने गए और पूरा द्रोणांचल पर्वत ही उठा लाए। उसी द्रोणांचल पर्वत का एक टुकड़ा यहां पर गिरा। इसलिए इस स्थान का नाम द्रोणगिरी और बाद में दूनागिरी हो गया। इसी पर्वत के नाम पर हमारे देश के युद्धक पोत का नाम दूनागिरी पड़ा है। वहीं शारदीय नवरात्रि के पहले दिन ही यहां पर काफी संख्या में भक्त पहुंचे और अपनी अपनी इच्छाएं माता रानी के सामने रख रहे हैं। जय माता की जयकारों के साथ ही रविवार को माता के मंदिरों में भक्तों की भीड़ लग गई। मां के जयकारों से मंदिर परिसर गूंज उठे। सुबह होते ही भक्त मंदिर में पहुंचे पूजा-अर्चना में जुट गए। व्रत रखने वालों ने व्रत रखा और बाजार में व्रत के सामान की जमकर खरीदारी की। व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं में महिलाओं की संख्या ज्यादा रही। मंदिरों में प्रथम दिन माता शैलपुत्री की पूजा की गई।