दस हजार से अधिक लोगों को इम्यूनिटी बढ़ाने वाली दवा पिला चुकी हैं ये डाक्‍टर

रुचि बेलवाल
देश भर में एक ओर जहां हर कोई कोरोना के खौफ से एक दूसरे को शक की निगाह से देख रहे हैं वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जो कि इस कोरोना की जंग में हमें सुरक्षित रखने के लिए लगातार सरकारी मशीनरी के साथ खड़े हैं, ऐसी ही एक महिला चिकित्सक की हम यहां बात कर रहे हैं जो लगातार पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस जंग को जीतने में उनको सहयोग कर रही हैं। यह महिला चिकित्सक हैं गढ़वाल कमिश्नरी के छोटे से शहर श्रीनगर गढ़वाल की होम्योपैथिक चिकित्सक डा0 छाया पैन्यूली। डा0 छाया अभी तक श्रीनगर व आसपास केे गांवों में दस हजार से अधिक लोगों को कोरोना से लड़ने के लिए इम्यूनिटी बढ़ाने वाली दवा पिला चुकी हैं साथ ही सभी लोगों को मुफ्त में दवा भी दे चुकी हैं। इस दवा की कीमत यदि बाजार भाव से देखी जाए तो तीन लाख के लगभग है। इसके साथ ही वह लगातार लोगों को कोरोना के विषय में जानकारी देते हुए इससे बचाव के प्रति जागरूक कर रही हैं। इसके साथ ये लगातार गरीबों की सहायता भी कर रही हैं। साथ ही साथ ये अपने क्लीनिक में डिजीटल माध्यम जैसे फेसबुक, वटसअप आदि से लोगों को कोरोना से बचाव के बारे में जानकारी दे रही है।

श्रीनगर व आसपास के कई ग्रामीण इलाकों में लोगों को कोरोन से बचाव की जानकारी दे रही हैं। ये लगातार अपने क्लीनिक को बंद कर ग्रामीण इलाकों का दौरा कर ग्रामीणों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक कर रही है और साथ ही साथ कई गांवों में अपने अन्य माध्यमों से दवा का वितरण कर रही हैं। उन्होंने आयुष मंत्री हरक सिंह रावत को भी सौ से अधिक दवा की शीशियां भेंट की।
इस दौरान हमारे संवाददाता से बात करते हुए डा0 छाया ने बताया कि कोरोना का इलाज सिर्फ यही है कि मरीज का इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत हो। उन्होंने बताया कि किसी भी रोग की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए हौम्योपैथिक दवा का सेवन करना चाहिए। बदलते मौसम में कोई भी वायरस सबसे पहले कमजोर इम्यूनिटी वालों को ही जकड़ता है। हमारा इम्यून सिस्टम शरीर का सुरक्षा कर्मी है यह वायरस, बैक्टीरिया, फंगस, सहित सभी प्रकार के रोगाणुओं से लड़ता है।

पौष्टिक आहार के साथ यदि जीवन में हौम्योपैथिक दवा को अपनाया जाए तो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद मजबूत हो जाती है और हमारा इम्यून सिस्टम हर बीमारी से लड़ने की क्षमता पैदा कर लेता है। हौम्योपैथिक की सबसे बड़ी खासियत यही है कि वह बीमारी को जड़ से समाप्त कर देती है।
डा0 छाया का कहना है कि ऐसे समय में हमें सरकार के द्वारा जारी की गयी गाईडलाईन्स का पालन करना चाहिए, सोसल डिस्टेंसिंग, रखकर रही अति आवश्यक कार्य को निपटाना चाहिए। नियमित रूप से साबुन और पानी से या अल्कोहल वाले हैंड सैनिटाइजर से 20 सेकंड तक हाथ धोएं, खांसने और छींकने के दौरान डिस्पोजेबल टिशू से या कोहनी को मोड़कर, अपनी नाक और मुंह को ढकें, जो लोग बीमार हैं उनसे (एक मीटर या तीन फीट की) दूरी बनाए रखें, घर पर ही रहें और अगर आप बीमार हैं, तो खुद को परिवार के सभी लोगों से अलग कर लें। साथ ही तत्काल इसकी जानकारी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को दें। उन्होंने कहा कि अगर आपके हाथ साफ नहीं हैं, तो अपनी आंख, नाक या मुंह को न छुएं। इसके साथ ही कोरोना की इस जंग में अपना और अपने परिवार के साथ ही देश को सुरक्षित रखने में सहयोग करें।
इस काम के लिए इनको कई संस्थाओं द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है। ये लगातार अपनी मुहिम में जुटी हुयी हैं।

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