धस्माना ने स्वास्थ्य निदेशालय दफ्तर पर धावा बोला

देहरादून। उत्तराखंड में युवाओं की वैक्सीन का टीका नहीं लगने और ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की किल्लत को लेकर उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने स्वास्थ्य निदेशालय दफ्तर पर धावा बोला। अपने साथियों के साथ वह एक घंटे तक धरने पर बैठे। इस दौरान स्वास्थ्य महानिदेशक ने भी वैक्सीन की कमी स्वीकारी और ब्लैक फंगस के 15000 इंजेक्शन रात तक पहुंचने का भरोसा दिलाया। इस पर धस्माना ने चेतावनी दी कि यदि हालात नहीं सुधरे तो एक घंटे नहीं, अगली बार बोरिया बिस्तर लेकर आऊंगा और धरने पर बैठ जाऊंगा। धस्माना दोपहर साढ़े बारह बजे प्रदेश सचिव विकास नेगी, पूर्व पार्षद ललित भद्री, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महेश जोशी व उदयवीर सिंह के साथ स्वास्थ्य महानिदेशक के सहस्त्रधारा रोड स्थित दफ्तर पहुंचे। दफ्तर के बाहर सीढिय़ों पर ही वे धरने पर बैठ गए। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि आज पूरे राज्य में अ_ारह प्लस आयु वर्ग का कोविड टीकाकरण पूरी तरह ठप्प पड़ गया है। राजधानी देहरादून समेत पूरे प्रदेश में टीकाकरण केंद्रों में लोग धक्के खा रहे हैं, किंतु सभी जगह टीका समाप्त का नोटिस चस्पा हो रखा है। उन्होंने कहा कि अभी तक राज्य में बामुश्किल दो प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लग पाई है। अगर इसी गति से टीकाकरण हुआ तो अगले तीन वर्षों तक टीका नहीं लग पायेगा। धस्माना ने कहा कि केंद्र सरकार ने टीकाकरण की सारी जिम्मेदारी राज्य सरकारों पर डाल कर अपना पल्ला झाड़ लिया। राज्य सत्कारें टीका मांगने में नाकाम साबित हो रही हैं और भुगतना जनता को पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री जी बड़ी बड़ी डींगें हांकते हैं। उनको देश भर के नागरिकों के लिए टीके का इंतजाम करना चाहिए। ये काम राज्य सरकारों के बस का नहीं है। ब्लैक फंगस, व्हाइट फंगस व येलो फंगस ने पूरे राज्य में दहशत फैलाई है। लगातार इसके मामले बढ़ रहे हैं। सरकार दावा कर रही है कि हमारी तैयारी पुख्ता है, किंतु आलम यह है कि आज भी बिना इंजेक्शन के मरीज तड़प रहे हैं। इसके लिए उनके तीमारदार भटक रहे हैं। धस्माना ने एक घंटे तक धरना दिया व तत्पश्चात वे स्वास्थ्य महा निदेशिक डॉक्टर तृप्ति बहुगुणा के कक्ष में पहुंच गए और उन्होंने ये सारे सवाल उन पर दागते हुए पूछा कि वे बताएं कि 18 प्लस का टीकाकरण क्यों ठप्प पड़ गया और ब्लैक फंगस का इंजेक्शन क्यों नहीं मिल रहा डीजी ने धस्माना को बताया कि वास्तव में 18 प्लस का टीका समाप्त हो चुका है। अभी वे निश्चित तौर पर यह नहीं बता सकती हैं कि कब आएगा। एक लाख बासठ हजार डोज जून के दूसरे सप्ताह तक आ सकता है। उन्होंने ब्लैक फंगस के इंजैक्शन की स्थिति पर उन्होंने फोन पर ड्रग कंट्रोलर से पूछा तो ड्रग कॉंट्रोलर की सूचना पर उन्होंने बताया कि देर रात तक पंद्रह हजार ऐम्फोटेरीसीन इंजेक्शन आ जाएंगे और फिर इनकी कमी नहीं होगी। डॉक्टर बहुगुणा ने ये भी बताया कि शीघ्र इंजैक्शन टोकलीजुमेब भी उपलब्ध हो जाएगा और अब राज्य में रेमडेसेविर की कोई कमी नहीं है। धस्माना ने इस बात पर नाराजगी जाहिर की कि मरीजों के तीमारदारों को दवा व इंजेक्शन के लिए दर दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं और दवा तथा इंजैक्शन की उपलब्धता का कोई संतोषजनक उत्तर उन्हें नहीं मिलता। इसलिए जब सरकार ने ब्लैक फंगस के इलाज के लिए अस्पतालों को सूचीबद्ध कर अधिकृत कर दिया है तो दवा व इंजेक्शन मरीज के नाम से सीधे अस्पताल को उपलब्ध करा दिया जाए। उन्होनें कहा कि इतने दिनों बाद भी सरकार व स्वास्थ्य विभाग स्थितियों को नियंत्रण में नहीं कर पाए हैं। अगर शीघ्र स्थितियां को काबू नहीं किया गया तो वे अब एक घंटे का धरना नहीं, बोरी बिस्तर ले कर अनिश्चितकालीन धरने के लिए मजबूर हो जाएंगे। डीजी हैल्थ ने कहा कि विभाग पूरी मेहनत कर रहा है और वह ऐसी नौबत नहीं आने देंगी। धस्माना के साथ संदीप चमोली, नवनीत कुकरेती भी उपस्थित रहे।