धरनास्थल से अनशनकारी को जबरन उठाने का आरोप

ऋषिकेश। युवा न्याय संघर्ष समिति ने अंकिता हत्याकांड की सीबीआई जांच समेत अन्य मांगों को लेकर अनशन पर बैठी शकुंतला रावत को जबरन धरनास्थल से उठाने का आरोप लगाते हुए पुलिस और प्रशासन की कड़ी निंदा की है। वहीं, अब समिति सदस्य सरोजनी थपलियाल ने आमरण अनशन शुरु कर दिया है। अंकिता और उसके परिजनों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर युवा न्याय संघर्ष समिति आंदोलनरत है। सोमवार को धरने पर डटे लोगों ने देर रात पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर एतराज जताते हुए तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। आरोप लगाया कि आमरण अनशन पर बैठी शकुंतला रावत को जबरन उठाया गया, इससे उन्हें कई जगह चोटें आयी हैं। एम्स ऋषिकेश में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें दून अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कोयलघाटी तिराहा स्थित धरनास्थल पर पहुंची यूकेडी कार्यकारी अध्यक्ष किरण रावत ने कहा कि हम आंदोलन से निकले लोग हैं। पुलिस प्रशासन से डरने वाले नहीं हैं। चेताया कि जल्द आंदोलन को उग्र किया जाएगा। धरने पर शीला ध्यानी, राकेश, विक्रम भारद्वाज, रविंद्र प्रकाश भारद्वाज, अरविंद हटवाल, डिंपल चौहान, एसएस नेगी, हिमांशु रावत, हेमा रावत, जया डोभाल, प्रमिला जोशी, आरएस रावत, प्रवीण जाटव, पितांबर दत्त बुडाकोटी, अमरा बिष्ट, मदन सिंह, विनोद रतूड़ी, भगवती चमोली, वीर सिंह, आशुतोष डंगवाल, जयेंद्र रमोला, अवतार सिंह, एसएस चौहान, शकुंतला कलूड़ा, पुष्पा नेगी, टीकाराम राठौर, अभिनव बिष्ट, प्रीत थपलियाल, एसएस रावत, बीपी चमोली, पीसी रावत, देवी प्रसाद व्यास, संजय सिलस्वाल आदि मौजूद रहे।


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