दस्तावेजों में की गई गड़बड़ी के मामले में कड़ा संज्ञान लिया

देहरादून। क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखंड (सीएयू) ने क्रिकेट खिलाड़ियों के दस्तावेजों में की गई गड़बड़ी के मामले में कड़ा संज्ञान लिया है, जिसके तहत सभी आयु वर्ग के क्रिकेटरों के दस्तावेजों की जांच करने का निर्णय लिया गया है। जांच में दोषी पाए जाने वाले खिलाड़ियों पर सीएयू प्रतिबंध लगाएगी। ये ही नहीं दस्तावेजों की जांच में लापरवाही मिलने पर जिला संघों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
कुछ समय पहले हुए अंडर-19 व सीनियर टीम के ट्रायल में खिलाड़ियों की ओर से दस्तावेजों में हेराफेरी कर ट्रायल प्रक्रिया में हिस्सा लेने का मामला प्रकाश में आया था। इसमें कुछ खिलाड़ी टीम में चयनित भी हो गए थे, लेकिन बीसीसीआइ की ओर से की गई वेरीफिकेशन में वह पकड़े गए। इसके बाद बीसीसीआइ ने अंडर-19 टीम के खिलाड़ी एकलव्य गुप्ता पर दो साल का प्रतिबंध लगाया था। इसके बाद तीन खिलाड़ी सीनियर टीम के चयन ट्रायल में शामिल हुए।
फाइनल ट्रायल के बाद सीएयू ने दस्तावेजों की जांच की तो तीनों खिलाड़ी दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा पाए, जिस पर सीएयू ने पीयूष सिंह, अभिषेक संघल व गौरव कांबोज को चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया। सीएयू के सचिव महिम वर्मा ने कहा कि हम सभी आयु वर्गों के खिलाड़ियों के दस्तावेजों की जांच करवा रहे हैं। इसके लिए पांच सदस्यों की जांच कमेटी बनाई गई है। जिसमें मोहित डोभाल, अमित पांडे, धीरज खरे, दीपक मेहरा, संदीप रावत शामिल हैं। जांच में जो भी खिलाड़ी दोषी पाया जाएगा उस पर एसोसिएशन प्रतिबंध लगाएगी। उन्होंने कहा कि जांच में जिला संघों की खामियां भी देखी जाएगी। संलिप्तता पाये जाने पर संबंधित जिला संघों पर भी कार्रवाई की जाएगी।