ओपीडी में फिर से कोरोना जांच अनिवार्य

ऋषिकेश। सरकारी अस्पताल में दो दिन की छूट के बाद सोमवार से ओपीडी में फिर से कोरोना जांच अनिवार्य कर दी गई है। अब फिर कोरोना टेस्ट कराने के बाद ही ओपीडी का पर्चा बनेगा और तभी डॉक्टर देखेंगे। अस्पताल प्रशासन ने मुख्य सचिव के ओपीडी में मरीजों की गिरती संख्या के मद्देनजर दिए गए एक बयान के बाद शुक्रवार को ओपीडी में आने वाले मरीजों को कोरोना टेस्ट नहीं कराने में ढील दे दी थी। हालांकि शुक्रवार और शनिवार को सार्वजनिक अवकाश के चलते अस्पताल की ओपीडी सुबह 8 से 11 बजे तक चली। ओपीडी में आने वाले मरीजों को जांच की झंझट से मुक्ति मिल गई। लेकिन सोमवार को अस्पताल खुलते ही एक बार फिर ओपीडी में आने वाले मरीजों की फजीहत हुई। पंजीकरण काउंटर पर पहुंचने पर पहले कोरोना जांच कराने का फरमान सुनाया गया। टेस्ट की व्यवस्था फिर से लागू होने पर कोरोना जांच कराने वालों की लंबी कतार लग गई। लोग बीमारी को भूलकर कोरोना जांच आरटीपीसीआर कराने के लिए लाइन में खड़े रहे। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक ऋषिकेश में कोरोना जांच का रोज का लक्ष्य 200 सैंपल हैं, जो शुक्रवार को ढील के चलते 57 सैंपल रहा। इस पर प्रशासन ने अस्पताल प्रबंधन को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया। इसका असर यह हुआ कि अस्पताल प्रशासन ने सोमवार से ओपीडी में आने वालों की दोबारा कोरोना जांच अनिवार्य कर दी है।

प्रशासन ने शुक्रवार को कोरोना टेस्ट कराने वालों की संख्या कम होने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया था। साथ ही हर रोज 200 लोगों की जांच के लक्ष्य को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। लिहाजा सोमवार से ओपीडी में दोबारा कोरोना जांच अनिवार्य कर दी गई है।
– डा. एमपी सिंह, कार्यवाहक चिकित्सा अधीक्षक


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