उत्तराखंड में आयुर्वेद की अपार संभावनाएं : जोशी
देहरादून(आरएनएस)। फाइटोकेमिस्ट्री और आयुर्वेद क्षमता एवं संभावनाओं की संभावनाओं पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि काबीना मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि आयुर्वेद प्राचीन चिकित्सा पद्धति है, इसे बढ़ावा देने की जरूरत है। शनिवार को इंदर रोड में यूजेपीएएच की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मंत्री जोशी ने कहा कि उत्तराखंड में आयुर्वेद की अपार संभावनाएं हैं। इस मौके पर मंत्री जोशी ने विभिन्न आयुर्वेदिक औषधियों पर किए गए शोधों का अवलोकन और संस्थान की स्मारिका का अनावरण भी किया। आयुर्वेद चिकित्सा प्रणाली प्राकृतिक और पारंपरिक तरीकों से स्वास्थ्य और सुखद जीवन को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। आयुर्वेद रोग प्रबंधन के तहत प्राकृतिक उपचार, व्यक्तिगत उपचार, स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती, मानसिक स्वास्थ्य, तनाव प्रबंधन एवं मानसिक संतुलन के लिए अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में आयुर्वेद की सम्भावनाएं बहुत व्यापक हैं। प्रदेश में आयुर्वेद की पारंपरिक ज्ञान को संरक्षित करने की आवश्यकता है, जो कि स्थानीय समुदायों में पीढ़ियों से चला आया है। उन्होंने कहा कि आगामी 12 दिसम्बर से देहरादून में होने वाले आयुर्वेदिक उत्सव और समारोह से लोगों को आयुर्वेदिक ज्ञान और संस्कृति के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। इस मौके पर चेयरमैन, डॉ. एस फारुक, डॉ. आई.पी सक्सेना, डॉ.शिवानी पाठक, डॉ.शिखा सक्सेना, हिम्मत सिंह आदि मौजूद रहे।