बरसात थमते ही युद्ध स्तर पर शुरू होगा सड़कों को ठीक करने का काम  : महाराज

देहरादून। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि राज्य में बरसात थमते ही सड़कों को ठीक करने का काम युद्ध स्तर पर शुरू किया जाएगा। इसके लिए अधीक्षण अभियंताओं को निर्देश दिए गए हैं। महाराज ने कहा कि बारिशसे इस साल सड़कों को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि अभी भी राज्य में 406 सड़कें बंद हैं और इन्हें खोलने का काम जारी है। उन्होंने कहा कि सड़कों को हुए कुल नुकसान का आकलन कराया जा रहा है। बारिश से इस बार 83 पुलों को भी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि खनन आदि की वजह से पुलों को नुकसान न पहुंचे उसके लिए सुरक्षा के उपाय करने के साथ ही नई तकनीकी का इस्तेमाल किया जाएगा। महाराज ने कहा कि सड़कों के गड्डों की जानकारी देने के लिए लॉच किए गए एप पर अभी तक 1190 शिकायतें मिली हैं जिसमें से 700 के करीब शिकायतों को दूर किया जा चुका है।

औली के विकास के लिए मास्टर प्लान
महाराज ने कहा कि सरकार औली में स्कीइंग के विकास पर फोकस कर रही है। इसके लिए औली का विकास फ्रांस के शहर सीवरी की तर्ज पर होगा। उन्होंने बताया कि जल्द ही सीवरी के मेयर और औली के नगर पालिका अध्यक्ष के बीच इसको लेकर एमओयू साइन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में पर्यटन के विकास के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। अलग- अलग तरह के पर्यटन सर्किट तैयार किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के सीमांत 51 खाली गांवों को पर्यटन गतिविधि के जरिए आबाद करने की योजना है। उन्होंने कहा कि इस साल अभी तक चारधाम यात्रा और हेमकुंड यात्रा पर अभी तक 47 लाख से अधिक तीर्थ यात्री पहुंच चुके हैं। कहा कि हरिद्वार में मंसादेवी क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन का अध्ययन कराया जा रहा है।

हरिद्वार में आपदा प्रभावितों को हर संभव मदद
महाराज ने कहा कि आपदा की वजह से पूरे प्रदेश में भारी नुकसान हुआ है। लेकिन हरिद्वार का प्रभारी मंत्री होने के नाते उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से कई अनुरोध किए थे। जिस पर कदम उठाते हुए अब हरिद्वार के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावितों को अभी तक 13 करोड़ से अधिक की सहायता दी जा चुकी है। इस दौरान हरिद्वार में किए जा रहे कार्यों के बारे में महाराज ने विस्तार पूर्वक जानकारी दी।

शेयर करें..