बैठक में की किसानों की समस्याओं पर चर्चा

विकासनगर। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) की बरोटीवाला में हुई बैठक में किसानों की समस्याओं पर चर्चा की गई। साथ ही केंद्र और प्रदेश सरकार पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए 26 नवंबर को देहरादून में आयोजित महापंचायत को सफल बनाने की रणनीति तैयार की गई।
गुरुवार को भाकियू के जिला संरक्षक जगदीश शर्मा के आवास पर गुरुवार को संपन्न हुई बैठक में वक्ताओं ने भाजपा सरकार को किसान विरोधी करार दिया। भाकियू के गढ़वाल मंडल संगठन मंत्री पविंदर चौधरी ने कहा कि इस बार पछुवादून में धान की फसल रोग की चपेट में आने से बर्बाद हो गई, जिससे किसान कर्ज में डूब गया है। सरकार ने किसानों की कोई आर्थिक सहायता नहीं दी है। कहा कि हर साल पछुवादून में सैकड़ों बीघा जमीन बाढ़ की भेंट चढ़ जाती है। बावजूद इसके प्रदेश सरकार नदी, नालों के किनारे तटबंध नहीं बना रही है। किसानों को समय पर खाद, बीज नहीं मिलता है। सरकार किसानों को ऋण मुहैया कराने का दावा करती है, लेकिन बैंक ऋण के लिए इतने जटिल नियम बनाते हैं, जिससे छोटे किसानों को सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिलता है। कहा कि भाजपा सरकार की नीतियों से पूरे देश के किसान पीड़ित हैं। अब एक बार फिर किसान आंदोलन के मूड में आ गए हैं। किसानों की आय दो गुना करने का वादा करने वाली सरकार उनका उत्पीड़न कर रही है। कहा कि भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत की अध्यक्षता में 26 नवंबर को देहरादून में प्रस्तावित महापंचायत में प्रदेश भर के किसान शामिल होंगे, जिसमें किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी। इस दौरान जगवीर शर्मा, नेक मौहम्मद, अमर पुंडीर, राहुल शर्मा आदि मौजूद रहे।


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