बच्चा बदलने के मामले में सरकारी अस्पताल व नर्स पर मुकदमा दर्ज
विकासनगर। कोतवाली पुलिस ने ´बच्चा चोरी कर बदलने के मामले में सरकारी अस्पताल विकासनगर और एक नर्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट देहरादून लक्ष्मण सिंह की अदालत के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। विकासनगर कोतवाली निरीक्षक रविंद्र शाह के अनुसार अधिवक्ता इकबाल अहमद ने बताया कि गुलिस्ता निवासी ढकरानी ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट देहरादून की कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। गुलिस्ता ने विकासनगर के सरकारी अस्पताल और नर्स पर बच्चा बदलने और चोरी करने का आरोप लगाया था। उन्होंने बताया कि 11 जून को प्रसव पीड़ा होने पर गुलिस्ता को पति ने सरकारी अस्पताल विकासनगर में शाम को करीब 5:30 बजे भर्ती कराया था। बताया कि 6:10 शाम को महिला ने बेटे को जन्म दिया। गुलिस्ता का दावा है कि उन्होंने अपनी आंखों से बेटे को स्वस्थ देखा था, लेकिन कुछ देर बाद अस्पताल की एक नर्स आई। आरोप है कि नर्स ने गुलिस्ता को इंजेक्शन दे दिया। जिसके बाद वह बेहोश हो गई। होश आने पर नर्स ने गुलिस्ता से कहा कि तुम्हारा बच्चा उधर है उसे उठा लो। महिला का आरोप है कि जब उन्होंने नवजात को उठाया तो वह एक लड़की थी। महिला ने इसका विरोध किया। आरोप है कि नर्स और दो-तीन अन्य नर्सों ने जुबान बंद करने की बात कही। आरोप है कि पति को भी गुलिस्ता से नहीं मिलने दिया गया। गुलिस्ता ने बताया कि इस मामले में विकासनगर कोतवाली से लेकर एसएसपी तक शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। गुलिस्ता ने इस मामले में दी गयी लड़की का डीएनए टेस्ट करने की भी मांग की। इस मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट देहरादून लक्ष्मण सिंह की अदालत ने कोतवाली विकासनगर को अस्पताल और नर्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच करने के आदेश दिए थे। इस प्रकरण में कोतवाल का कहना है कि कोर्ट के आदेश के तहत सरकारी अस्पताल विकासनगर और नर्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।