अंकिता को न्याय दिलाने सुप्रीम कोर्ट जायेगी कमेटी
श्रीनगर गढ़वाल। बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में फैक्ट फाइडिंग कमेटी सुप्रीम कोर्ट जाएगी। कमेटी का कहना है कि प्रारंभिक जांच में अंकित हत्याकांड को लेकर प्रशासनिक स्तर पर कई तरह की चूक की गई। इस केस में शासन स्तर पर लोग लिप्त रहे हैं और सबूतों को नष्ट किया गया। टीम के सदस्यों ने यहां एक कार्यक्रम में सार्वजनिक की गई रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि इस केस में पहले दिन से जो सवाल मौजूद थे वह एसआईटी की चार्जशीट के बाद भी जस के तस बने हुए हैं। पत्रकारों से बाचतीत में कमेटी की सदस्य शिवानी ने कहा एसआईटी ने उस वीआईपी का नाम अभी तक उजागर नहीं किया है और न ही अभी तक वंतरा रिजॉर्ट को बुलडोजर से ध्वस्त कर सुबूत मिटाने वालों पर जांच को प्रभावित करने के लिए जांच के दायरे में लिया गया है। कहा एसआईटी की जांच पीड़िता के पक्ष में नहीं है। मुख्य सवालों के उत्तर ना मिलने के बावजूद भी कोर्ट ने एसआईटी की जांच को न्याय की दिशा में बढ़ने वाला कहा है। फैक्ट फाइंडिंग टीम ने कहा कि वह कोर्ट के आदेश को भी पीड़िता के पक्ष में नहीं मानता है। इन सब के खिलाफ आंदोलनकारी लोग आंदोलन करने के साथ ही सुप्रीम कोर्ट दोनों का दरवाजा खटखटाएंगे। रेशमा पंवार ने कहा कि इस रिपोर्ट और कोर्ट के आदेश के बाद हमें आंदोलन का ही रास्ता दिखता है। इस मौके पर समाज सेवी अनिल स्वामी, गंगा असनोड़ा थपलियाल, डा.योगेंद्र कांडपाल, अंकित उछोली आद मौजूद रहे।