खाई में गिरने से फॉरेस्ट गार्ड की मौत

विकासनगर। चकराता वन प्रभाग के अंतर्गत कनासर रेंज में तैनात एक फॉरेस्ट गार्ड की ड्यूटी के दौरान पहाड़ी से पैर फिसलकर गहरी खाई में गिरने के कारण मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने वन विभाग के उच्चाधिकारियों को सूचना देने के बाद रेस्क्यू अभियान चलाया। मौके पर पहुंचे विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में शव को खाई से निकालकर पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। कनासर रेंज क्षेत्र में तैनात फॉरेस्ट गार्ड नंदू रावत (46) पुत्र किशन सिंह रावत, निवासी ग्राम कंदाड शनिवार सुबह आठ बजे वनकर्मियों के साथ बोईया, बिनोडा आदि के जंगलों में मुनारों का निरीक्षण कर रहे थे। तभी पहाड़ी पर अचानक पैर फिसलने के कारण नंदू रावत गहरी खाई में गिर गए। जिससे उसके सिर में गंभीर चोटें आ गई और मौके पर ही उनकी मौत हो गयी। घटना की सूचना मिलने पर बुल्हाड, बागनी, बेगी, ढडीढडा के ग्रामीणों ने डीएफओ चकराता व रेंज अधिकारी कनासर रेंज को घटना की सूचना देकर रेस्क्यू अभियान चलाया। इस दौरान वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी मौके पर पहुंच गये। ग्रामीणों और वन कर्मियों ने शव को खाई से निकालकर सड़क तक पहुंचाया। इसके बाद शव का पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जिला पंचायत सदस्य विजय रावत ने बताया कि वन विभाग के अधिकारियों को तत्काल सूचना दी गयी। जिसके बाद रेंज अधिकारी सहित वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंच गये। उधर डीएफओ चकराता कल्याणी नेगी ने बताया कि फॉरेस्ट गार्ड नंदू रावत अभी तीन चार वर्ष पहले ही विभाग में रेगुलर हुए। बताया कि उनकी ग्रच्यूएटी और अन्य जो भी फंड पेंशन आदि परिजनों को दी जाएगी। कहा कि विभाग की ओर से जो भी सहायता की जा सकेगी वह पूरी तरह से की जाएगी। डीएफओ ने फॉरेस्ट गार्ड की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया।