वनाग्नि सुरक्षा के लिए 12 करोड़ की कार्ययोजना का अनुमोदन

नई टिहरी। जिलाधिकारी इवा श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जिला स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा समित की बैठक आयोजित की गई। जिसमें वनाग्नि रोकने के लिए जिला स्तर पर जिला फायर प्लान में 12.04 करोड़ रुपये की कार्यायोजना का अनुमोदन डीएम की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समिति ने किया। वर्ष 2022-23 के लिए प्रस्तावित कुल व्यय धनराशि 695.20 लाख का अनुमोदन भी किया गया।
डीएम ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वनाग्नि सुरक्षा के लिए उपकरण एवं वाहन की मांग का विवरण उपलब्ध कराएं, ताकि समय से टेंडर प्रक्रिया शुरू करें। वनाग्नि रोकथाम को बेहतर काम करने वाले जनप्रतिनिधियों, प्रधान, वन पंचायत एवं वन विभाग के फील्ड कर्मचारियों को आगामी 15 अगस्त को सम्मानित किया जाएगा। फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर एफएसआई फायर अलर्ट में अधिक से अधिक रजिस्ट्रेशन करवाने के निर्देश दिये। साथ ही सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय से ग्राम स्तर पर भी जन जागरूकता कार्यशाला आयोजित कर एफएसआई फायर अलर्ट में लोगों को जोड़ना सुनिश्चित करें। प्रभागीय वनाधिकारी वीके सिंह ने पीपीटी के माध्यम से प्रभागवार वन क्षेत्र, रेंजवार वन क्षेत्र, वनाग्नि दुर्घटनाओं के कारण, विगत वर्षों की अग्नि दुर्घटनाएं, वनाग्नि प्रबन्धन, नियमति एवं नियंत्रित दहन कार्य आदि की जानकारी दी। बताया कि ग्राम, वन पंचायत तथा विद्यालय स्तर पर गोष्ठी, रैली तथा नुक्कड़ नाटक आदि से रोकथाम को प्रचार-प्रसार किया जायेगा। वन एवं अग्नि सुरक्षा के महत्व से संबंधित पोस्टर स्लोगन तथा अखबारों में वनाग्नि अपील के माध्यम से प्रचार-प्रसार भी किया जायेगा। बताया कि इसके आलाव रेंजों में वनाग्नि से पूर्व तथा मध्य एक निश्चित अवधि के अन्तराल में क्रु स्टेशनवार अधिक से अधिक मॉक ड्रिल भी किया जाएगा। जनपद के अन्तर्गत एक मास्टर कन्ट्रोल रूम टिहरी वन प्रभाग नई टिहरी में स्थापित किया जायेगा। जिसका सम्पर्क नम्बर 7078209400 एवं 01376232077 होगा। इस प्रकार प्रत्येक वन प्रभाग के प्रत्येक रेंज में रेंज कन्ट्रोल रूम होगा, जिसमें सूचना तंत्र सक्रिया रहेगा। जनपद में 176 क्रू स्टेशन स्थापित किये गये हैं, जिसमें टिहरी वन प्रभाग में 48, नरेन्द्रनगर वन प्रभाग में 69, मसूरी वन प्रभाग में 22, टिहरी डैम वन प्रभाग प्रथम नई टिहरी 23, टिहरी डैम वन प्रभाग द्वितीय 8 तथा भूमि संरक्षण वन प्रभाग में 6 क्रु स्टेशन है। इन क्रु स्टेशनों में वनाग्निकाल में कर्मचारी व फायर वॉचर नियमित फायर ड्रिल करेंगे तथा वनाग्नि दुर्घटना होने पर सक्रियता से नियंत्रण कार्य करेंगे।