बोर्ड परीक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को पूर्व दर्जामंत्री कर्नाटक ने किया सम्मानित
अल्मोड़ा। पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक द्वारा गत वर्षो में विधानसभा अल्मोड़ा के समस्त विद्यालयों में हाईस्कूल व इन्टरमीडिएट के मेधावी छात्र/छात्राओं को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने हेतु उन्हें सम्मानित किया गया। इस वर्ष भी प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन, उच्च शिक्षा अर्जित करने तथा विद्यार्थियों को शिक्षा हेतु प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सम्मान समारोह की मुहिम को जारी रखने हेतु रविवार 09 जुलाई को लोअर माल रोड स्थित कर्नाटक खोला रामलीला सभागार में सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें लगभग दो हजार विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए पूर्व दर्जा मंत्री श्री कर्नाटक ने सर्वप्रथम उपस्थित शिक्षकों, अभिभावकों, सम्मानित जनप्रतिनिधियों, वरिष्ठजनों, स्थानीय नागरिकों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन किया तत्पश्चात अल्मोड़ा नगर व उसके आसपास के क्षेत्रों से पहुंचे सैकड़ों हाईस्कूल व इन्टरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण विद्यार्थियों को प्रतीक चिन्ह, मेडल तथा अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया। श्री कर्नाटक ने कोरोना काल से यह मुहिम प्रारंभ की है। जिसमें छात्रों को ही नहीं बल्कि शिक्षकों को भी विधानसभा अल्मोड़ा के प्रत्येक विद्यालय में जाकर सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह की सराहना शिक्षकों तथा विद्यार्थियों द्वारा की जाती रही है। जो शिक्षा के क्षेत्र में उनका मनोबल बढ़ाने के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है। पुनः वर्ष 2023 में बोर्ड परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण दूरस्थ क्षेत्रों के छात्र/छात्राओं के लिए सम्मान समारोह उनके विद्यालयों या उनके गांव के आस-पास किसी सार्वजनिक स्थल में आयोजित किया जायेगा। जिसकी सूचना उन्हें उपलब्ध करा दी जायेगी। विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए श्री कर्नाटक ने कहा कि बोर्ड परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुये छात्र/छात्राओं की सफलता के पीछे उनका कठोर परिश्रम तथा गुरूजनों का बहुत बडा त्याग व मेहनत है। उन्होंने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों को शिक्षित ही नहीं करते अपितु छात्र/छात्राओं के मन में अनुशासन, राष्ट्रभक्ति की भावना जागृत कर उनके कर्तव्य एवं दायित्वों से सम्बन्धित चेतना जगाकर उनका मार्गदर्शन भी करते हैं।उन्होंने छात्र/ छात्राओं से कहा कि अपनी कठोर मेहनत से बोर्ड परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त कर उन्होंने अपने गुरूओं तथा अपने माता पिता के गौरव को बढाया है जिसके लिये वे बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि यह सफलता उन्हें उनके कठोर परिश्रम से मिली है। जिससे स्पष्ट है कि मेहनत, लगन और उचित मार्गदर्शन से सफलता अवश्य मिलती है। विद्यार्थियों में लक्ष्य प्राप्ति के लिये स्वयं पर विश्वास होना भी जरूरी है। अतः विद्यार्थियों को अपने माता-माता की तरह गुरूजनों का सम्मान करना चाहिये तथा अर्जित ज्ञान द्वारा देश हित में अपना योगदान देना चाहिये। श्री कर्नाटक ने जोर देते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ व्यायाम, खेलकूद, मनोरंजन के द्वारा अपने शरीर को तंदुरूस्त एवं स्वस्थ बनाना चाहिये उन्होंने नशे एवं मादक पदार्थों से युवाओं को दूर रहने हेतु सचेत किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक/शिक्षिकायें, अभिभावकों के अतिरिक्त मुख्य रूप से डॉ करन कर्नाटक, राजीव कर्नाटक, डॉ डी.डी. तिवारी, देवेन्द्र कर्नाटक, रमेश चंद्र जोशी, दीपक पोखरिया, बद्री प्रसाद कर्नाटक, वन्दना जोशी, शाहबुद्दीन, रोहित शैली, उमेश रैक्वाल, चन्द्र दत्त जोशी, गौरव काण्डपाल, प्रकाश मेहता, हिमांशी अधिकारी, गीतांजलि पाण्डे, भावना काण्डपाल, निशा काण्डपाल, आशा मेहता, रवि रौतेला, पूरन चन्द्र तिवारी, मोहन चंद्र कर्नाटक, हंसा दत्त कर्नाटक, जगदीश बोरा, पूरन आर्या, सुंदर सिंह बिष्ट, गणेश लाल, हिमांशु कनवाल, अशोक सिंह, मीना भट्ट, पारू उप्रेती, पुष्पा गोस्वामी, भूपेंद्र भोजक, त्रिभुवन अधिकारी, कपिल नयाल, नीरज जोशी, रेखा जोशी, मीनाक्षी जोशी, दिव्या काण्डपाल, अनिल जोशी, योगेश कुमार, सुनीता बगडवाल, दिव्या जोशी, कंचन पाण्डे, निखिल तिवारी, ललित बिष्ट आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रश्मि काण्डपाल द्वारा किया गया।