गुलदार ने किसे बनाया शिकार, दो दिन की खोजबीन के बाद भी नहीं चला पता
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा नगर के पास सटे कर्नाटकखोला और पांडेखोला क्षेत्र के पास बीते गुरुवार की सुबह गुलदार के द्वारा एक इंसान को शिकार बनाने की खबर मिली थी। गुलदार के शिकार व्यक्ति की खोज को रविवार को भी अभियान चलाया गया। बता दें कि सीवर लाइन निर्माण में कार्यरत ट्रैक्टर ड्राइवर सतबीर सिंह ने बताया कि बीते गुरुवार सुबह मॉडल फील्ड के पास उसने गुलदार को एक अज्ञात व्यक्ति को सड़क से दबोचकर जंगल की ओर ले जाते देखा। सतबीर सिंह का कहना है कि उसकी बात को लोगों ने अफवाह समझा। जब उसने यह बात शनिवार अपराह्न समाजसेवी त्रिलोचन जोशी को बताई। त्रिलोचन जोशी ने तुरंत मामले पर वन विभाग से वार्ता की और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। बाद में सूचना पर एसडीआरएफ की टीम भी शिकार हुए व्यक्ति की खोज में जंगल को पहुंची। शनिवार को घटनास्थल और आसपास के क्षेत्रों में वन विभाग की टीम के साथ एसडीआरएफ की टीम और सभासद अमित साह मोनू, वरिष्ठ कांग्रेस उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक सहित पुलिस बल और प्रशासन के लोग तथा स्थानीय लोगों ने भी गुलदार के शिकार व्यक्ति की खोजबीन को अभियान चलाया। ड्रोन से भी घटनास्थल का निरीक्षण किया गया लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। देर शाम अँधेरा होने के कारण तथा तेज बारिश के चलते सबको वापस लौटना पड़ा। रविवार को भी वन विभाग की टीम के साथ एसडीआरएफ की टीम और सभासद अमित साह मोनू आदि ने कथित गुलदार के शिकार व्यक्ति की खोज को पूरे क्षेत्र में खोजबीन की लेकिन कहीं पर भी खून के धब्बे या घसीटकर ले जाने के या ऐसे कोई अन्य साक्ष्य नहीं मिले जिससे गुलदार के शिकार व्यक्ति का पता चलता ,अलबत्ता जंगली सुँअर से खोज में लगे लोगों का सामना हो गया। वहीं सवाल यह भी है कि गुलदार ने आखिर किसको शिकार बनाया। फ़िलहाल क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति की गुमशुदगी का मामला नहीं आया है, हो सकता है कि उक्त कथित व्यक्ति मानसिक विक्षिप्त हो हो जिसके आगे पीछे कोई न हो। काफी खोजबीन के बाद कोई सुराग नहीं मिलने पर सभी टीम वापस लौट गई।
यहाँ घटनास्थल पर रेस्क्यू अभियान में वन विभाग की टीम से रेंजर मोहन राम आर्या, वन दरोगा इंद्रा मर्तोलिया, दिनेश रावत, कविता, विद्या, ललित सिंह, कंचन, जंग बहादुर, एसडीआरएफ की टीम से राजेश जोशी, हरीश चंद्र, गणेश मेहरा, विवेकानंद, बालम सिंह, जगदीश उप्रेती, लक्ष्मेश्वर वार्ड के सभासद अमित साह मोनू, त्रिलोचन जोशी, अर्जुन सिंह, बिट्टू कर्नाटक, कैलाश गुरुरानी सहित स्थानीय लोग भी खोजबीन में लगे रहे।