बीस हजार की रिश्वत लेते दरोगा गिरफ्तार
हरिद्वार। धोखाधड़ी के मामले में आरोपी पक्ष से बीस हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे एसआई इंद्रजीत सिंह राणा को देहरादून से आई विजिलेंस टीम ने कोतवाली कैंपस में बनी बैरक से रंगे गिरफ्तार कर लिया। बैरक को खंगालने के साथ ही कई घंटे पूछताछ के बाद विजिलेंस टीम आरोपी एसआई को लेकर देहरादून के लिए रवाना हो गई। घूसखोरी के आरोप में एसआई की गिरफ्तारी के बाद से हरिद्वार पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है।
कोतवाली ज्वालापुर में पिछले साल जनवरी माह में इकरार पुत्र निसार अहमद निवासी गांव बहादुरपुर जट पथरी ने कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि भूखंड दिलाने के नाम पर उससे मोहम्मद शहजाद, अजीत कुमार और इखलाक निवासीगण गांव बहादरपुर जट ने दस लाख रुपये की धोखाधड़ी की है। विरोध करने पर गाली गलौज करते हुए हत्या की धमकी दी गई। मामले की जांच एसआई इंद्रजीत सिंह राणा को सौंपी गई थी। आरोप है कि विवेचक इंद्रजीत सिंह राणा ने आरोपी पक्ष से 41 सीआरपीसी का नोटिस देने के नाम पर बीस हजार रुपये की रकम मांगी थी। आरोपी पक्ष ने विजिलेंस के टोल फ्री नंबर पर संपर्क साधकर अपनी शिकायत दर्ज कराई थी। विजिलेंस कार्यालय में भी इस बाबत प्रार्थना पत्र दिया था।
एसपी विजिलेंस रेनू लोहानी ने शिकायत की जांच कराई। प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए जाने पर एसआई की धरपकड़ के लिए टीम गठित कर दी गई थी। रविवार देर रात निरीक्षक पंकज पोखरियाल, निरीक्षक मनोज रावत की अगुवाई में विजिलेंस टीम ने कोतवाली के आसपास के डेरा डाल लिया। देर रात दस बजे आरोपी पक्ष रिश्वत की रकम लेकर कोतवाली कैंपस में बनी बैरक में पहुंचा, जैसे ही एसआई इंद्रजीत सिंह राणा ने रिश्वत की रकम ली तभी विजिलेंस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
देर रात तक विजिलेंस टीम बैरक में डटी रही और आरोपी एसआई से पूछताछ करने में जुटी रही। लंबी पूछताछ के बाद आरोपी एसआई को लेकर विजिलेंस टीम देहरादून रवाना हो गई। कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि एसआई की गिरफ्तारी विजिलेंस टीम ने की है।